नागपुर

Published: Jan 25, 2024 03:05 AM IST

Leopard TerrorNagpur News: ICAR में तेंदुए की दहशत, 2 सुअरों का किया शिकार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
File Photo

नागपुर. बुधवार की दोपहर आईसीएआर में तेंदुए की दहशत देखने को मिली. तेंदुए द्वारा 2 सुअरों का शिकार करने की घटना सामने आई है. इसमें तेंदुए ने 1 सुअर को आधा खा लिया. इस घटना से परिसर में हड़कंप मचा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार अमरावती रोड पर सेंट्रल साइट्रस रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईसीएआर) स्थित है. यह केंद्र सेंट्रल गवर्नमेंट के अधीन है. परिसर बड़े पैमाने में फैला हुआ है. इसमें कर्मचारियों के क्वार्टर, अनुसंधान केंद्र, खाली मैदान और झाड़ियों भरा क्षेत्र मौजूद है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की दोपहर परिसर में स्टाफ को 2 सुअर मृत मिले. कर्मचारियों का कहना है कि सुअरों को तेंदुए ने मार कर खाया है. आईसीएआर के एक अधिकारी ने वन विभाग को मामले की सूचना दी. सूचना मिलने पर वन विभाग के हिंगना क्षेत्र की टीम एवं अंबाझरी के राउंड फॉरेस्ट ऑफिसर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे.

नहीं हो पाई पुष्टि

वन विभाग की टीम ने मृत सुअरों को पंचनामा किया. हालांकि आईसीएआर के कर्मियों का कहना है कि सुअरों का शिकार तेंदुए ने किया है लेकिन वन विभाग द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है. अनुमान लगाया जा रहा है कि यह श्वानों का काम हो सकता है. आईसीएआर के कर्मियों ने वन विभाग से सुरक्षा की मांग की है. इसके मद्देनजर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए परिसर में निगरानी शुरू कर दी है. जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सुअरों को तेंदुए ने मारा है या किसी अन्य जानवर ने. वन विभाग मामले की जांच में जुटा हुआ है.

भर्ती प्रक्रिया में स्टाफ व्यस्त

वन विभाग द्वारा भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है. सेमिनरी हिल्स, वन सभागृह में भर्ती प्रक्रिया जारी है. करीब 55 से 60,000 युवाओं की भर्ती में वन विभाग का अधिकतर स्टाफ व्यस्त है. ऐसे में विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को मानव-वन्यजीव टकराव की घटनाएं और भर्ती प्रक्रिया पर साथ में ध्यान देना पड़ रहा है. बड़ी संख्या जारी इस भर्ती के चलते अधिकारियों को लोगों की शिकायत, जंगल की निगरानी, भर्ती प्रक्रिया आदि पर ध्यान देने के लिए दोगुना कार्य करना पड़ रहा है. ऐसे में आईसीएआर और परिसर में लोगों के मन में तेंदुए की दहशत उत्पन्न न हो इसके लिए अंबाझरी और हिंगना की टीम हर मुमकिन प्रयास कर रही है. आश्वासन दिया गया है कि सुअरों की मौत का जल्द से जल्द पता लगाया जाएगा और जरूरी कदम उठाए जाएंगे.