नागपुर

Published: Jun 03, 2020 09:11 AM IST

चक्रवात 'निसर्ग''निसर्ग' चक्रवात पर चर्चा हेतु आज दोपहर २ बजे मिलिए श्री श्रीनिवास औंधकर जी से

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नागपुर. नवभारत के पटल पर आज दोपहर 2 बजे मिलिए खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष प्रोधोगिकी केंद्र, औरंगाबाद के संचालक श्री श्रीनिवास औंधकर जी से।  श्री औंधकर आज निसर्ग चक्रवात के प्रभाव और परिणाम पर हमसे चर्चा करेंगे।  वे फेसबुक पेज पर भी हमसे रूबरू होंगे। 

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चक्रवात ‘निसर्ग’ को देखते हुए मंगलवार को ही लोगों से सतर्क रहने की अपील की थी। उन्होंने इस स्थिति में ‘क्या करें और क्या नहीं करें’ की सूची भी लोगों के साथ साझा की। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में अभी तक जितने चक्रवात आए हैं उससे यह कहीं ज्यादा विकराल हो सकता है…कल और उसके बाद का दिन तटीय इलाकों के लिए महत्वपूर्ण है।” ठाकरे ने कहा, ‘‘चक्रवात को देखते हुए अगले दो दिनों तक वे सारी गतिविधियां बंद रहेंगी जिन्हें फिर से शुरू करने की अनुमति दी गई थी (कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन के बाद दी गई ढील के तहत)…लोगों को सतर्क रहना चाहिए।”

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, इस चक्रवात के आज बुधवार देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुंचने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह भी कहा है कि अरब सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र की स्थिति अब और गहरी हो गई है तथा आगे यह चक्रवाती तूफान में तब्दील होगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह अलर्ट भी जारी किया था कि चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और उससे सटे दक्षिणी गुजरात तट के हरीहरेश्वर और दमन के बीच अलीबाग में आज तीन जून को दस्तक देगा जिसके चलते इलाके में भारी बारिश होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा दमन दीव दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के।  पटेल से चक्रवात की स्थिति को लेकर बात की और इस संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया है। 

इस प्रकार चक्रवात ‘निसर्ग’ को देखते हुए शासन और प्रशासन ने अपने तरफ से सभी एहतियातन कदम उठा लिए हैं।  वहीं नवभारत भी अपने पाठकों के लिए  ‘निसर्ग’ चक्रवात के प्रभाव और परिणाम पर चर्चा हेतु खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष प्रोधोगिकी केंद्र, औरंगाबाद के श्री श्रीनिवास औंधकर जी के साथ नवभारत फेसबुक पेज पर रूबरू होगा।