नागपुर

Published: Jun 27, 2022 02:55 AM IST

Double Murderसास-ससुर को मौत के घाट उतारा, पत्नी और बेटी पर भी कुल्हाड़ी से जानलेवा हमला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नागपुर. एमआईडीसी के अमरनगर इलाके में शनिवार देर रात दिलदहला देने वाली वारदात हुई. एक शराबी व्यक्ति ने अपने सास-ससुर पर कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिया. पत्नी और बेटी को भी जान से मारने की कोशिश की. वह इस कदर हैवान बन गया था कि मृत सास-ससुर के मरने के बाद भी सिर और चेहरे पर पत्थर से वार करता रहा जो बीच-बचाव करने गया उसे भी मारने की कोशिश की. इस घटना से पूरा इलाके में हड़कंप मच गया. फरार होने की तैयारी में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पकड़ा गया आरोपी नरमू सीता यादव (42) बताया गया. मृतकों में भगवान रामकृष्ण रवारे (75) और पुष्पा भगवान रवारे (70) का समावेश हैं.

जख्मियों में नरमू की पत्नी कल्पना (40) और बेटी मुस्कान (15) का समावेश हैं. कल्पना वर्ष 2013 में अपने पहले पति से अलग हो गई. तब से वह नरमू के साथ रह रही थी. गोसीखुर्द प्रकल्प में जमीन जाने के बाद जो पैसे मिले उससे भगवान ने अमरनगर में 3 मंजिला घर बनाया. बकरी पालन और दूध का व्यवसाय शुरू किया. तल मंजले पर कल्पना, मुस्कान, नरमू और 8 वर्षीय बेटा महेंद्र रहते थे. भगवान और पुष्पा पहले माले पर रहते थे. 

दोपहिया वाहन के लिए मांग रहा था पैसे

नरमू को शराब की लत थी. वह एक कंपनी में वाहन चलाने का काम करता है. सारा पैसा शराब में उड़ा देता था. सास-ससुर से रुपयों की मांग करता था. 2 दिन पहले भगवान ने 3 बकरे बेच दिए. इससे उन्हें कुछ पैसा मिला था. दोपहिया वाहन खरीदने के लिए नरमू ससुर से पैसों की मांग कर रहा था. कल्पना पर पिता से पैसे लाने के लिए दबाव डाल रहा था. पिछले 2 दिनों से लगातार शराब पीकर विवाद कर रहा था. शनिवार की रात भी उसने ऐसा ही किया. पिता से पैसे मांगने से इनकार करने पर उसने कल्पना का गला दबाकर मारने की कोशिश की. बेटी मुस्कान ने उसे रोकने का प्रयास किया. चीख-पुकार सुनकर भगवान और पुष्पा भी नीचे दौड़े आए. उनको देखकर नरमू बौखला गया. घर में रखी कुल्हाड़ी उठाकर भगवान और पुष्पा पर कई वार किए. दोनों वहीं ढेर हो गए. बीचबचाव करने गई कल्पना और मुस्कान पर भी हमला कर दिया. कल्पना की गर्दन और कंधे पर वार होने के कारण वह भी अधमरी हो गई. जबकि मुस्कान बेहोश हो गई. 

घसीटता हुआ घर के बाहर ले गया

नरमू तब भी शांत नहीं हुआ. सास-ससुर, पत्नी और बेटी को घसीटता हुआ घर के बाहर ले गया. उन्हें एक कतार में रास्ते पर डाल दिया. पास पड़े कंक्रीट के पत्थर से भगवान और पुष्पा का सिर कुचल दिया. तब तक स्थानीय नागरिक भी जमा हो गए थे. नीलडोह के उप सरपंच मनोज सुभेकर उसे रोकने गए. उसने मनोज पर भी पत्थर से हमला किया लेकिन वे बाल-बाल बच गए जो पास जाने की कोशिश करता था नरमू उसे ही मारने दौड़ता था. मनोज ने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी. इसी बीच नरमू घर के भीतर गया. खून से सने कपड़े बदले और जाते समय बेटे महेंद्र को अपना ध्यान रखने को कहा. खबर मिलते ही एमआईडीसी के थानेदार उमेश बेसकर अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे. एम्बुलेंस को आने में वक्त लग रहा था इसीलिए पुलिस ने अपने वाहन में ही कल्पना और मुस्कान को अस्पताल पहुंचाया. बिना समय गवाएं पुलिस जांच में जुट गई और कुछ देर में ही नरमू को गिरफ्तार कर लिया. 

15 दिन पहले ही दी थी मारने की धमकी

कल्पना के भाई गजानन ने बताया कि शुरुआत से ही नरमू की नजर घर और पैसे पर थी. उन्होंने शुरुआत में ही अपनी बहन को समझाने का प्रयास किया था लेकिन वह नहीं मानी. नरमू पहले से ही उन्हें मारने की प्लानिंग कर रहा था. 15 दिन पहले शराब के नशे में उसने सभी को मारने की धमकी दी थी. सबको लगा कि वह नशे में है लेकिन तब भी उसने कहा था कि वह सबको मारकर फरार हो जाएगा. वह मूलत: बिहार का रहने वाला है. हमेशा मर्डर करके नागपुर आने की बात करता था.