नागपुर

Published: Aug 03, 2020 03:31 AM IST

बूटीबोरी बॉयलर विस्फोटवडगांव में नहीं जले चूल्हे, गम में डूबे लोग

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

उमरेड. बीते शनिवार को बेला परिसर में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की फैक्ट्री मानस एग्रो यूनिट कंपनी (पूर्ति) में बॉयलर विस्फोट में मृत पांचों कामगारों का रविवार की शाम वडगांव में अत्यंत गमगीन माहौल में सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया. शनिवार को हादसे के बाद वडगांव सहित पूरे इलाके के लोग इस हादसे के झटके से नहीं उबरे और वडगांव में दिन भर चूल्हे नहीं जले. पांचों मृतक इसी गांव के होने के कारण ज्यादातर परिवारों के लोग इन पांचों के साथ किसी न किसी रिश्तेदारी से जुड़े हुए थे इसलिए लोगों की आखों से आंसू नहीं रुक रहे थे.

शनिवार को घटना की जानकारी मिलते ही एसपी राकेश ओला, एडिशनल एसपी मोनिका राऊत, उमरेड की डीवायएसपी पूर्णिमा टावरे, प्रोबेशनरी डीवायएसपी राजेश्री पाटिल, बूटीबोरी के एसडीपीओ चव्हाण व थानेदार आसिफ रजा शेख, बेला के थानेदार शिवाजी भादंकर, उमरेड के एसडीओ एचटी झिरवाड, तहसीलदार प्रमोद कदम और नायब तहसीलदार नंदेश्वर आदि घटना स्थल पर पहुंचे. घटना की गंभीरता को देखते हुए बेला, उमरेड और मुख्यालय के डेढ़ सौ से ज्यादा पुलिसकर्मिर्यों का बंदोबस्त रहा. लोगों ने अधिकारियों से मृतकों के परिवार को 15-15 लाख रुपए मुआवजा, परिजन को स्थायी नौकरी और जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की. बेला पुलिस ने कंपनी के ठेकेदार एसपी इंटरप्राइजेस के संचालक प्रशांत शिंदे और संजय इंगले के खिलाफ मामला दर्ज किया. 

रविवार को दोपहर बाद पांचों मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए गए. शाम करीब 5 बजे अंतिम संस्कार हुआ. जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र मुलक और कांग्रेस नेता किशोर गजभिये ने मृतकों के घर जाकर उन्हें सांत्वना दी. रविवार को भी गांव का माहौल तनावपूर्ण दिखाई दिया. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए गांव में बेला और मुख्यालय पुलिस का बंदोबस्त तैनात है.

ठेकेदार ने बंद किया मोबाइल
बेला पुलिस ने मानस एग्रो यूनिट कंपनी की ठेकेदार नासिक के एसपी इंटरप्राइजेस के संचालक प्रशांत शिंदे और सुपरवाइजर संजय इंगले के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इन दोनों से घटना के बाद से अपने फोन स्विच ऑफ कर लिए हैं. अब तक इनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.