नागपुर

Published: Nov 08, 2023 01:15 AM IST

Arms supplier arrestedNagpur News: तहसील पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 9 पिस्तौल, 84 कारतूस जब्त, सप्लायर भी गिरफ्तार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
फ़ाइल फोटो

नागपुर. मोमिनपुरा स्थित अल करीम गेस्ट हाउस के संचालक जमील अहमद की गोली मारकर हत्या करने के मामले की जांच के दौरान तहसील पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने छिंदवाड़ा के परसिया से नागपुर में हथियार सप्लाय करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसके लिए नागपुर में काम करने वाले 2 आरोपी भी पुलिस के हाथ लगे है. पुलिस ने अब तक 9 पिस्तौल और 84 कारतूस जब्त किए है.

डीसीपी जोन 3 गोरख भामरे ने बताया कि जमील के हत्यारे मोहम्मद परवेज सोहेल, आशीष बिसेन और सलमान समशेर अली पठान की गिरफ्तारी के बाद उन्हें 25,000 रुपये में हथियार बेचने वाला फिरोज खान उर्फ हाजी मोहम्मद जाबिर गिरफ्तार हुआ था. पुलिस ने परवेज की भागने में मदद करने और हत्या के षड्यंत्र में शामिल परवेज के साले अदनान उर्फ आशू खान को भी गिरफ्तार किया था. फिरोज से हथियार के बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि छिंदवाड़ा के परसिया में रहने वाला इमरान आलम इकबाल आलम (43) शहर में हथियारों की तस्करी करता है. वह फिलहाल वांजरा लेआउट के गुलशननगर में रहता है. पुलिस ने इमरान को हिरासत में लिया. उसके घर की तलासी लेने पर 1 पिस्तौल और कारतूस बरामद हुए.

2 और अपराधी धराए

इमरान ने इसके पहले भी फिरोज को हथियार सप्लाय करने की जानकारी दी. फिरोज के घर की बारीकी से तलाशी लेने पर 4 पिस्तौल और कारतूस बरामद हुई. फिरोज ने पुलिस को बताया कि गंजीपेठ निवासी मोहसीन खान शफी खान (29) और इरशाद उर्फ मोनू समशाद खान (37) नामक अपराधियों को भी उसने पिस्तौल बेची है. पुलिस ने उनसे भी पिस्तौल और कारतूस जब्त की. आरोपियों से अब तक 9 पिस्तौल और 84 कारतूस जब्त किए जा चुके हैं. सभी पिस्तौल देसी बनावट की है.

आरोपियों के खिलाफ गणेशपेठ थाने में आर्म्स एक्ट और आपराधिक षड्यंत्र रचने का नया मामला भी दर्ज किया गया है. इमरान और फिरोज लंबे समय से हथियारों की बिक्री में सक्रिय है. उनसे और भी हथियार मिलने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल चारों आरोपी पुलिस हिरासत में है. इंस्पेक्टर विनोद पाटिल, संदीप बुआ, एपीआई शशिकांत मुसले, पीएसआई बलराम झाड़ोकर, पल्लवी गोसावी, हेड कांस्टेबल संजय शाहू, संदीप गवली, अनंत नान्हे, सरला गायकवाड़, पंकज मारसिंगे, धनराज शिंगुरकर, वैभव कुलसंगे, रोहीदास जाधव, कुणाल कोरचे, वैभव लकड़े, महेंद्र सेलोकर और अश्विनी भामले ने कार्रवाई को अंजाम दिया.