नागपुर

Published: Sep 22, 2020 01:31 AM IST

नागपुरविस शीतसत्र अधिवेशन रद्द हो

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नागपुर. शहर के तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष शीतसत्र अधिवेशन को रद्द करने की मांग बढ़ रही है. पहले पश्चिम नागपुर के विधायक विकास ठाकरे ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री उद्ध्व ठाकरे से यह मांग थी. अब इस मांग का समर्थन करते हुए नागपुर शहर (जिला) कांग्रेस कमेटी ने प्रधान महासचिव गजराज हट्टेवार के नेतृत्व में विभागीय आयुक्त के माध्यम से सीएम ठाकरे को ज्ञापन सौंपा है.

ज्ञापन में कहा गया है कि पहले पुलिस और स्थानीय प्रशासन शहर को कोरोना संक्रमण की रोकथाम में दिन-रात लगे हुए हैं. ऐसे में शीतसत्र अधिवेशन की तैयारी उनके प्रयासों पर पानी फेर सकती है जो शहरवासियों के लिए कहीं अधिक नुकसानदायक होगी. बेहतर होगा कि यह अधिवेशन रद्द कर दिया जाये और इस पर आने वाले करोड़ों रुपये के खर्च को कोरोना मरीजों के इलाज में उपयोग किया जाये.

उपयोग किये जा रहे MLA होस्टल, रवि भवन
हटेवार ने कहा कि हर वर्ष अधिवेशन से पहले विधानभवन, एमएलए होस्टल और रविभवन रंगरोगन किया जाता है जिस पर करोड़ों रुपये खर्च होता है. सुरक्षा से लेकर सुव्यवस्था की पूरा प्रशासनिक अमला तैयारियों में जूटा रहता है. लेकिन इस बार कोरोना मरीजों के लिए इलाज के लिए पहले ही एमएलए होस्टल और रविभवन का उपयोग किया जा रहा है. ऐसे में अधिवेशन के लिए इन्हें खाली कराना, कोरोना मरीजों के लिए बेहद असुविधाजनक और जानेलवा साबित हो सकता है.

हजारों मरीजों की बढ़ेगी परेशानी
ज्ञापन में कहा गया कि नागपुर में केवल स्थानीय ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के भी मरीज आ रहे हैं. शहर में कोरोना अब इस रफ्तार से कोरोना बढ़ रहा है कि मरीजों के लिए हास्पिटलों में बिस्तरों की कमी होने लगी है. शहर के डाक्टरों, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस अधिकारी और जवानों के अलावा कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी कोरोना पाजिटिव हो चुके हैं. यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष में भी कोरोना के लक्षण मिले थे. ऐसे में विषय की गंभीरता को देखते हुए और मरीजों होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए हर हाल में शीतसत्र अधिवेशन रद्द किया जाना चाहिए.