नागपुर
Published: Mar 11, 2024 02:21 AM ISTStampedeNagpur News: सुरेश भट सभागृह भगदड़ में महिला की मौत, आयोजकों पर मामला दर्ज करने की मांग
नागपुर. निर्माण कार्य कामगारों को रसोई किट के वितरण के दौरान सुरेश भट सभागृह में भगदड़ मचने से एक महिला की मौत की घटना के बाद विपक्षी दल आक्रामक हो गए हैं. मविआ में शामिल घटक दलों व नेताओं द्वारा आयोजकों के खिलाफ सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग की जा रही है. राकां शरद पवार गुट के नेता पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि सरकारी यंत्रणा का उपयोग कर भाजपा की ओर से यह आयोजन किया गया लेकिन किसी प्रकार का नियोजन नहीं होने से भगदड़ मची और महिला की मृत्यु हो गई व अनेक कामगार जख्मी हुए हैं, इसलिए भाजपा के जिन पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया था उनके खिलाफ सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कामगारों का पंजीयन आदि सरकारी कार्यक्रम था लेकिन भाजपा ने उसे अपना कार्यक्रम बनाकर संबंधित फलक लगाए. डीसीएम के निर्देश पर उक्त कार्यक्रम हुआ. पहले दिन 8 मार्च को भारी भीड़ उमड़ी उसे देखते हुए दूसरे दिन नियोजित व्यवस्था आयोजकों को करनी थी लेकिन नहीं की गई.
युकां ने की पुलिस से शिकायत
युकां महासचिव बंटी शेलके के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने कोतवाली पुलिस थाना पहुंचकर डीसीएम के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का निवेदन दिया. उन्होंने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने की कोई व्यवस्था भाजपा के पदाधिकारियों ने नहीं की थी. भाजपा राज्य की जनता के पैसे से अपनी ब्रांडिंग कर रही है. भाजपा पदाधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण जानलेवा घटना हुई जिसके लिए आयोजक जिम्मेदार हैं. इन पर धारा 302 का मामला दर्ज होना चाहिए. इस दौरान स्वप्निल ढोके, राहुल खैरकर, कुणाल खडगी, सागर चव्हाण, नयन तरवटकर, स्वप्निल बावनकर, कुणाल खडगी, मोइज शेख, राजू अंसारी, अयात खान, रोहन मासुरकर, बाबू खान सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे.
मृतक के परिजनों को तत्काल दें मुआवजा
शिवसेना उद्धव बाल ठाकरे गट के जिला प्रमुख किशोर कुमेरिया ने मांग की कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए जिम्मेदार भाजपा, महाराष्ट्र इमारत बांधकाम कामगार कल्याणकारी मंडल के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. इसके अलावा भगदड़ में मृत महिला के परिवार व जख्मी लोगों को त्वरित आर्थिक मुआवजा दिया जाए. रेशमबाग चौक स्थित शिवसेना कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में शिवसैनिकों ने घटना का तीव्र निषेध किया.
कुमेरिया ने कहा कि पालक मंत्री ने दबाव डालकर इस मामले को आकस्मिक मौत के रूप में दर्ज करवाया है जिससे कामगारों में रोष है. भाजपा शहर अध्यक्ष ने यह कार्यक्रम घोषित किया था. जिम्मेदार भाजपा पदाधिकारियों व मंडल के जिम्मेदारों के खिलाफ तत्काल मामला दर्ज करने की मांग उन्होंने की. इस दौरान अंजुशा बोधनकर, सुशीला नायर, अजय दलाल, अतुल सेनाड, संदीप रियाल पटेल, राजेश कनोजिया, किशोर ठाकरे, हरिभाऊ बनाईत, महेन्द्र कठाने, शाम तेलंग, मीना आडगने, विनोद कल्याणी, राहुल कोल्हे सहित बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित थे.