नासिक

Published: Apr 17, 2024 06:43 PM IST

Chhagan Bhujbal Hemant Godseछगन भुजबल और हेमंत गोडसे पहुंचे कालाराम मंदिर, किसे मिलेगी नासिक की उम्मीदवारी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नासिक: नासिक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए केवल 9 दिन बचे हैं, इतना कम समय रह जाने के बाद भी महायुति द्वारा अभी इस सीट से उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की गई है। इस चुनाव में रुचि रखने वाले मंत्री छगन भुजबल और सांसद हेमंत गोडसे ने बुधवार 17 अप्रैल को पंचवटी में कालाराम मंदिर का दौरा किया और राम की पूजा की। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने जय श्री राम के नारे लगाए। 

लोकसभा चुनाव की घोषणा हुए एक महीना बीत चुका है महाविकास अघाड़ी ने नासिक लोकसभा क्षेत्र के लिए राजाभाऊ वाजे के नाम की घोषणा कर दी है। वाजे की घोषणा को पंद्रह दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है और उनका प्रचार भी शुरू हो चुका है, लेकिन महायुति से अब भी उम्मीदवार के नाम का इंतज़ार है। शिंदे गुट ने जहां नासिक की सीट पर अपना हक जताया है, वहीं राकांपा ने भी नासिक की सीट को प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है। हालांकि पार्टी की ओर से कहा जा रहा है कि मंत्री छगन भुजबल उम्मीदवार होंगे, वहीं शिंदे गुट में अंतिम चरण में उम्मीदवारी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। 

जहां मौजूदा सांसद हेमंत गाडसे की को दावेदार माना जा रहा था, वहीं अब जिला प्रमुख अजय बोरस्ते भी इसमें कूद पड़े हैं। ठाकरे गुट से नामांकन नहीं मिलने से नाराज विजय करंजकर ने नामांकन मिलने पर शिंदे गुट में शामिल होने का फैसला किया है, लेकिन महायुति उम्मीदवारी के लिए कदम बढ़ा रही है। राकांपा सातारा सीट के बदले नासिक सीट चाहती है जबकि शिंदे गुट यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर पार्टी की ओर से दबाव बनाया जा रहा है। लोकसभा के लिए नामांकन दाखिल करने की शुरुआत 26 अप्रैल से होगी। इसमें 9 दिन बचे हैं और अब तक उम्मीदवारी की घोषणा नहीं होने से दावेदारों की उलझन बढ़ गई है। 

वहीं रामनवमी के मौके पर मंत्री छगन भुजबल बुधवार 17 अप्रैल को सुबह कालाराम मंदिर गए और भगवान राम के दर्शन किए। उनके साथ पूर्व सांसद समीर भुजबल, शेफाली भुजबल, महंत सुधीरदास महाराज, नितिन वानखेड़े, मंदार जनेरकर, मंगेश जनेरकर, चिन्मय गढ़े आदि मौजूद थे। भुजबल के बाद सांसद हेमंत गोडसे भी अपने समर्थकों के साथ काला राम के दर्शन के लिए पहुंचे। इस बीच नासिक की सीट को लेकर शिंदे गुट और अजित पवार गुट के बीच चल रही रस्साकशी महागठबंधन के लिए दुखदायी बन गई है और अगर सीट अजित पवार गुट के खाते में गई तो शिंदे समूह में बगावत की आशंका है। इसलिए संभावना है कि नासिक सीट की घोषणा अगले हफ्ते आखिरी वक्त में की जाएगी।