नाशिक

Published: Mar 27, 2022 03:09 PM IST

Nashik नाशिक में वाहनों का भीड़ बना सिरदर्द, राहगीरों के लिए आसान नहीं रास्ता पार करना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
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नाशिक : नाशिक-पुणे मार्ग (Nashik-Pune Road) पर वाहनों का जमघट इतना ज्यादा हो गया है कि यह वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बन गया है। पुणे हाईवे (Pune Highway) पर नाशिक रोड (Nashik Road) पर थाने के सामने महानगरपालिका के फ्लाईओवर के नीचे लगातार जाम लगा रहता है। बिटको चौक पर फिलहाल ट्रैफिक पुलिस न होने के कारण यहां सिग्नल तोड़ना आम बात हो गई है।

सिटी ट्रांसपोर्ट की बसें भी दिन भर दौड़ लगाती रहती हैं, इसलिए यहां पर हमेशा जाम जैसी स्थिति बनी रहती है। नाशिक रोड थाने के सामने सड़क पार करने के लिए जगह है और इस जगह पर हमेशा भीड़ बनी रहती है, क्योंकि यहां सब्जी विक्रेताओं की दुकानें सजी रहती हैं। यहां वन वे ट्रांसपोर्ट पर जोर दिया जा रहा है।

मुंबई नाका सर्कल पर भी हमेशा ट्रैफिक जाम

वडाला चौफुली से हर दिन छोटे – बड़े वाहनों के साथ-साथ भारी वाहनों की भी भीड़ रहती है।  लगातार जाम की स्थिति बनी रहने से राहगीरों और वाहन चालकों के लिए यहां से गुजरना बहुत मुश्किल हो गया है। यहां का सिग्नल बंद होना नागरिकों के लिए सिर दर्द बन गया है, यहां के लोगों ने बंद सिग्नल को शीघ्र शुरू करने की मांग की है। मुंबई नाका सर्कल पर भी हमेशा ट्रैफिक जाम लगा रहता है।

सिग्नल शुरू करने से ट्रैफिक जाम

शहर की यातायात नियंत्रण शाखा ने फ्लाईओवर के नीचे अंडरपास चौक पर यातायात की सुरक्षा और वाहनों के काफिलों को नियंत्रित करने के लिए नाशिक महानगरपालिका के माध्यम से सिग्नल को मंजूरी दे दी है और इसका निर्माण किया है, हालांकि यह सिग्नल अभी-भी सक्रिय नहीं है। वर्तमान में लगा सिग्नल केवल शो पीस बन कर रह गया है। वाहन चालकों का कहना है कि सिग्नल शुरू करने से ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी।

कार्रवाई न होने पर नागरिकों में भयंकर रोष

फ्लाईओवर के नीचे 300 से ज्यादा सब्जी और फल विक्रेता अपनी-अपनी दुकान लगाकर बैठते हैं, जब यहां लोग सब्जी फल खरीदने के लिए आते हैं, यहां भारी ट्रैफिक जाम हो जाता है। फ्लाईओवर के नीचे बने चौराहों पर अतिक्रमण बढ़ गया है और फल विक्रेताओं समेत अन्य अतिक्रमणों ने परेशानी बढ़ा दी है। इन अतिक्रमणों को हटाने की आवाजें लगातार बुलंद की जा रही हैं। फ्लाईओवर के नीचे जाम लगना आम बात हो गई है। सुबह कामकाज पर जाने वाले लोगों की भीड़ रहती है और इसके अलावा वाहनों की बढ़ती संख्या अन्य ट्रैफिक जाम के कारण इंदिरा नगर सुरंग और पास का अंडरपास पर भी अक्सर जाम लग जाता है। सिडको क्षेत्र की भी स्थिति अलग नहीं है। यहां रोजाना सुबह-शाम जाम लगा रहता है। जाम के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर नागरिकों में भयंकर रोष उपजा है।

फ्लाईओवर के नीचे 300 से ज्यादा सब्जी और फल विक्रेता अपनी-अपनी दुकान लगाकर बैठते हैं, जब यहां लोग सब्जी फल खरीदने के लिए आते हैं, यहां भारी ट्रैफिक जाम हो जाता है। फ्लाईओवर के नीचे समेत अन्य चौराहों पर अतिक्रमण बढ़ गया है और फल विक्रेताओं समेत अन्य अतिक्रमणों ने परेशानी बढ़ा दी है। इन अतिक्रमणों को हटाने की आवाजें लगातार बुलंद की जा रही हैं। फ्लाईओवर के नीचे जाम लगना आम बात हो गई है। सुबह कामकाज पर जाने वाले लोग की भी भीड़ रहती है और इसके अलावा वाहनों की बढ़ती संख्या अन्य ट्रैफिक जाम के कारण इंदिरा नगर सुरंग और पास का अंडरपास पर भी अक्सर जाम लग जाता है। 

सिडको क्षेत्र की भी स्थिति अलग नहीं है। यहां रोजाना सुबह-शाम जाम लगा रहता है। इंदिरा नगर थाने के कर्मचारी अक्सर नाकाबंदी के लिए खड़े रहते हैं। जाम के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर नागरिकों में भयंकर रोष उपजा है।

फेरीवालों और व्यापारियों की दुकानों के सामने खड़े वाहन ट्रैफिक जाम का कारण

पाथर्डी कांटा क्षेत्र में छह रास्तों का संगम स्थल है। मुंबई, कसारा क्षेत्रों की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए नई पार्किंग और कई ट्रेनें सर्विस रोड यही से गुजरती है। पाथर्डी फाटा क्षेत्र में अंडरपास चौक पर रिक्शा चालकों के कारण हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। शाम को को पैदल चलना बहुत मुश्किल होता है। नाशिक रोड फ्लाईओवर के नीचे रिक्शा पार्क किए जाते हैं और फेरीवालों और व्यापारियों की दुकानों के सामने खड़े वाहन ट्रैफिक जाम का कारण बनते हैं। बिटको चौक के चारों तरफ रिक्शा चालक बिना किसी रोकटोक के खड़े रहते हैं, इसलिए नाशिक, जेल रोड,  देवली गांव और सिन्नर फाटा की ओर मुड़ना बेहद मुश्किल होता है।