नाशिक

Published: Dec 03, 2020 04:55 PM IST

मांगमहासभा में रखें टीडीआर मामला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक. बीजेपी समूह के नेता जगदीश पाटिल ने टीडीआर मामले को मनपा की विशेष महासभा में रखने की विनंती की है, क्योंकि प्रशासन नाशिक में सर्वे नंबर 159 (भाग) में स्टेडियम के लिए आरक्षित स्थान के संबंध में टीडीआर घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई से बच रहा है.

पाटिल महासभा को प्रस्तुत प्रस्ताव संबंधित संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई सहित एक आपराधिक मामला दर्ज करने का प्रयास कर रहे हैं. इस प्रस्ताव पर 7 दिसंबर को होने वाली आम सभा की बैठक में चर्चा की जाएगी. 1993 की स्वीकृत विकास योजना के अनुसार, नाशिक में सर्वे नंबर 159 (भाग) में क्षेत्र खेल के मैदान के लिए आरक्षित था. संबंधित भूमि के मालिक द्वारा TDR के बदले में मनपा को भूमि हस्तांतरित करने के प्रस्ताव के बाद, मनपा ने डीआरसी नंबर 104 के तहत 29 अगस्त 2001 के अनुसार भूमि अधिग्रहण के बदले में 75 प्रतिशत TDR दिया था. टीडीआर के रूप में भुगतान स्वीकार करते समय भूमि के मालिक की जिम्मेदारी थी कि वह भूमि के स्वामित्व को मनपा को हस्तांतरित करने के लिए आवश्यक समझौता करे और भूमि अभिलेख पर मनपा का नाम दर्ज करे. 

टीडीआर जारी करते समय मनपा को संबंधित भूमि के मालिक से आरक्षित भूमि पर अप्रतिबंधित कब्जे की आवश्यकता थी. टीडीआर प्राप्त करने के बाद संबंधित भूमि मालिक ने मनपा को भूमि का कब्जा दिए बिना धोखा दिया. वर्तमान में साइट पर एक स्थायी निर्माण और पत्रे का शेड है. यहां तक कि टीडीआर की जल्दबाजी में बिक्री भी मनपा का टीडीआर उन दस्तावेजों को दिखाते हुए लहराया गया था, जब मूल भूमि के मालिक के परिवार के पास जमीन का कब्जा नहीं था, तब जमीन का हस्तांतरण किया गया था. इस धोखाधड़ी के उजागर होने के डर से टीडीआर जल्दी में बेच दिया. इसलिए मामले की जांच किसी तीसरे पक्ष के अधिकारी द्वारा की जानी चाहिए और मनपा को धोखा देने वाले भूमि मालिक के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जानी चाहिए, पाटिल ने आम सभा को प्रस्तुत प्रस्ताव में मांग की है.