नाशिक

Published: Jun 28, 2021 08:45 PM IST

Oxygen Plant ऑक्सीजन प्लांट लगाने आई मशीनरी, उप-जिला अस्पताल में होगा स्थापित

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

कलवण. कोरोना (Corona) की संभावित तीसरी लहर (Third Wave) की पृष्ठभूमि में कलवण उप-जिला अस्पताल (Kalwan Sub-District Hospital) में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए मशीनरी आ गई है और सोमवार को विधायक नितिन पवार (MLA Nitin Pawar) ने उसका निरीक्षण किया। 

अगले 2 दिन में युद्ध स्तर पर बिजली कनेक्शन को ऑक्सीजन प्लांट से जोड़ने का काम शुरू कर दिया जाएगा। ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant), टैंक आ गया है और दो दिन में कंप्रेशर आ जाएगा। संयंत्र के लिए एक शेड स्थापित किया जाएगा। 

540 लीटर प्रति मिनट उत्पादन की क्षमता

लक्ष्मी सर्जिकल के अजीत जोशी ने कहा कि 540 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाला संयंत्र अगले 15 दिनों में चालू हो जाएगा। जिला वार्षिक योजना के तहत कलवण उप जिला अस्पताल में एक करोड़ 35 लाख रुपए के ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र को मंजूरी दी गई है और लक्ष्मी सर्जिकल कंपनी, जलगांव को ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने का काम सौंपा गया है। विधायक नितिन पवार ने कहा कि छोटे बच्चों पर तीसरी लहर के संभावित प्रभाव को रोकने के लिए कलवण के उप जिला अस्पताल में 50 बिस्तरों वाला बाल कोविड केंद्र स्थापित किया जाएगा। 

50 बिस्तरों वाला बाल कोविड केंद्र होगा निर्माण 

कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण कई मरीज प्रभावित हुए थे। उप-जिला अस्पताल सहित अभोना ग्रामीण अस्पताल, मनोर कोविड केंद्र में भी स्थिति समान थी। इसमें प्रतिदिन 110 से 120 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर भरने की क्षमता होगी। इसलिए इस प्लांट में ऑक्सीजन लगभग 110/120 मरीजों के काम आएगी। उप-जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की स्थायी आपूर्ति होगी और खास बात यह है कि इस परियोजना से तरल ऑक्सीजन की जरूरत खत्म हो जाएगी। इसलिए परिवहन की लागत कम होगी और रख-रखाव और मरम्मत की लागत भी कम होगी। बिजली बिल के अलावा ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए कोई अन्य लागत नहीं आएगी। इस मौके पर विधायक नितिन पवार, डॉ. अनंत पवार, लक्ष्मी सर्जिकल के अजीत जोशी, राजेंद्र भामरे, भूषण पागर, संदीप वाघ मौजूद थे।

कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होते ही उप जिला अस्पताल प्रशासन ने तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी है। उप जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए मशीनरी मंगवाई गई है। यह परियोजना अगले 15 दिनों में चालू हो जाएगी।

-डॉ. अनंत पवार, चिकित्सा अधीक्षक