नाशिक

Published: Feb 07, 2022 07:45 PM IST

Dr. Suvarna Murder Caseसंदीप वाजे ने रची थी पत्नी को मारने की योजना, राडार पर मास्टर माइंड पति के 5 साथी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक : नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) की चिकित्सा अधिकारी (Medical Officer) डॉ. सुवर्णा वाजे (Dr. Suvarna Waje) की हत्या (Murder) के मामले में नाशिक पुलिस (Nashik Police) ने कुछ और लोगों के बयान दर्ज किए हैं। वाजे के पति संदीप वाजे की गिरफ्तारी (Arrest) के बाद पुलिस ने अब उसकी मदद करने वाले 5 अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है। संदीप वाजे ने पारिवारिक कारणों से कुछ साथियों की मदद से अपनी डॉक्टर पत्नी की हत्या कर दी है। संदीप को फिलहाल पुलिस ने हथकड़ी लगा दी है। इस बीच, जांच के दौरान पुलिस के सामने हर दिन कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। खास बात यह है कि संदीप के साथी भी पुलिस के रडार पर हैं।

पुलिस उन तक जल्द ही पहुंच जाएगी और उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। डॉ. सुवर्णा वाजे-जाधव लापता थीं। उनके परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। 25 जनवरी मंगलवार की रात मिलिट्री गेट के सामने उनकी कार जली हुई मिली थी। इसमें जली हुई हड्डियां पाई गई थीं। डीएलए रिपोर्ट के अनुसार यह हड्डियां उन्हीं की हैं। वाडीवारहे पुलिस ने घटना की पुष्टि की है। पुलिस ने डॉ. सुवर्णा वाजे की बहन और अस्पताल के सहयोगियों के जवाब दर्ज किए गए हैं। मायके के रिश्तेदारों ने भी उन्हें कुछ अहम जानकारियां दीं थीं। इस जांच में पुलिस ने आखिरकार मुख्य आरोपी डॉ. सुवर्णा वाजे के पति संदीप को हथकड़ी लगा दी गई है।

हत्या करने का कारण 

नाशिक महानगरपालिका की चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुवर्णा वाजे को क्यों जलाया गया, इसका रहस्य आखिरकार पुलिस की जांच में सुलझ गया है। डॉ. सुवर्णा वाजे और उनके पति संदीप वाजे के बीच आपस में बात नहीं थी। इसलिए समझा जा रहा है कि संदीप ने यह बड़ा फैसला लिया है। उनका अक्सर पारिवारिक झगड़ा होता था। पति-पत्नी में हमेशा झगड़ा रहता था। यही वजह है कि पति संदीप ने अपनी पत्नी डॉ. सुवर्णा वाजे की हत्या करने की योजना बनाई और उसे 5 अन्य लोगों के साथ मिल कर मार डाला। डॉ. सुवर्णा वाजे महानगरपालिका के श्री स्वामी समर्थ अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने कोविड के कार्यकाल में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। महानगरपालिका भी उनके काम से प्रभावित था। इसलिए उनका सम्मानजनक स्थान था। उन्होंने 25 जनवरी को ओपीडी में भी काम किया था। उस समय उनके चेहरे पर कोई तनाव नहीं था। उस दिन लापता होने से पहले सुवर्णा अपने पति संदीप को आखिरी बार फोन किया था। पुलिस ने जांच तेज कर मास्टरमाइंड संदीप वाजे को हथकड़ी लगा दी। उसके 5 साथी अब पुलिस की रडार पर हैं।