नाशिक

Published: Nov 26, 2020 06:16 PM IST

निर्णयमुसीबत में कोचिंग क्लासेस, वित्तीय कठिनाइयों का कर रहे सामना

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक. स्कूलों के साथ कोचिंग क्लासेस शुरू करने का निर्णय शहर के निजी कोचिंग कक्षा संघ द्वारा लिया गया था. लेकिन जैसा कि 4 जनवरी के बाद स्कूल शुरू करने का निर्णय लिया जाएगा, निजी कक्षाएं फिर से मुश्किल में हैं. मार्च में तालाबंदी की घोषणा के बाद से निजी कक्षाओं पर ताला लगा हुआ है. भले ही स्कूलों में शिक्षकों का वेतन जारी है लेकिन एक तस्वीर यह है कि मध्यम और छोटे वर्ग के शिक्षक परेशानी में हैं. पिछले 8 महीनों से ये कोचिंग क्लासेस वित्तीय कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं. राज्य सरकार ने निजी कक्षाओं का मार्ग प्रशस्त करते हुए स्कूलों को 23 नवंबर से नौवीं से बारहवीं कक्षा शुरू करने की अनुमति दी थी. 

4 जनवरी के बाद स्कूल खुलेंगे

इसके अनुसार, क्लास चालकों ने कोचिंग शुरू करने का निर्णय ले लिया था. लेकिन ‘कोविड -19’ की स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा 4 जनवरी के बाद जिले में स्कूल शुरू करने का निर्णय लिया गया, जिसने एक बार फिर निजी कक्षाएं शुरू करने में मुश्किलें पैदा की हैं. हालांकि, क्लास शुरू करने की अनुमति की मांग जारी रही, कोचिंग क्लास डायरेक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जयंत मुले ने ऐसी जानकारी दी है. 

कक्षाएं शुरू करने की अनुमति मिले

इस संबंध में मुले ने कहा कि नियमों का पालन करते हुए 10 से 15 छात्रों के साथ कक्षाएं शुरू करने की अनुमति देना आवश्यक है. आपको इस प्रयोग को एक महीने तक करना चाहिए. यदि कोई स्वास्थ्य संकट उत्पन्न नहीं होता है तो सरकार के लिए इस आधार पर स्कूल शुरू करना संभव होगा. कई कोचिंग क्लासेस के चालक पिछले 8 महीनों से वित्तीय परेशानी में हैं. इसलिए कक्षाओं को शुरू करने की अनुमति देना आवश्यक है.