नाशिक

Published: Oct 12, 2020 09:29 PM IST

आरोपठाकरे सरकार में महिलाएं असुरक्षित

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मालेगांव. दिन-ब-दिन हो रहे अत्याचार से महिलाओं की सुरक्षा खतरे में आ गई है, जिसे गंभीरता से लेते हुए भाजपा महिला मोर्चा द्वारा पूरे राज्य में आंदोलन किया जा रहा है. इस आंदोलन की पार्श्वभूमि पर मालेगांव महिला मोर्चा द्वारा तहसीलदार चंद्रजीत राजपूत को ज्ञापन देकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त कानून बनाने की मांग की. इस समय जि.प. सदस्य मनीषा पवार, नगरसेविका दिपाली वारुले, जिला उपाध्यक्षा मंजूषा कजवाडकर, लीला दिघावकर, अनिता बाविस्कर, अंजना हिरे, रेखा शिंदे, विमल हिरे, कंचन जडे, अनिता चांडक, रेखा चौधरी सहित मालेगांव तहसील और शहर भाजपा महिला पदाधिकारी उपस्थित थी.  जिला उपाध्यक्षा मंजूषा कजवाडकर ने कहा कि ठाकरे सरकार के कार्यकाल में महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं.

तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

राज्य में कई जगह पर अत्याचार, छेड़छाड, हत्याकांड जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में कोरोना महामारी जैसे संवेदनशील समय में कोविड सेंटर और अस्पताल में महिलाओं पर अत्याचार के साथ छेड़खानी हो रही है. भाजपा महिला मोर्चा द्वारा पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी ज्ञापन दिया गया है, लेकिन ठाकरे इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. इससे पता चलता है कि ठाकरे सरकार महिला सुरक्षा को लेकर कितनी असंवेदनशील व निष्क्रिय है. ठाकरे सरकार का प्रशासन पर अंकुश न होने से महिलाओं पर हो रही अत्याचारों की घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. महिला सुरक्षा को लेकर सख्त कानून करना आवश्यक है.