महाराष्ट्र

Published: Jan 11, 2024 09:40 AM IST

NCRB Report खतरनाक! महिलाओं से अश्लील हरकतें-गंदे कमेंट के केसेस में महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर, 'ईव टीजिंग' के मामलों में नागपुर का पहला नंबर

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नई दिल्ली/मुंबई: राज्यों में हो रहे क्राइम को लेकर केंद्र सरकार की ओर से जारी NCRB के डेटा पर एक सनसनीखेज रिपोर्ट आई है। दरअसल कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट की मानें तो किसी सार्वजानिक स्थल में महिलाओं से अश्लील हरकतें और गंदे कमेंट करने के मामलों में अब मध्य प्रदेश पहले नंबर पर पहुँच गया है, जहां फिलहाल BJP की सरकार है। 

अन्य मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मोदी सरकार (Modi Goverment) की ओर से जारी NCRB के डेटा के आधार पर तैयार रिपोर्ट में इसकी जानकारी मिली है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, 2022-23 में देशभर में किसी  सार्वजानिक स्थल में महिलाओं से गंदे इशारे और कमेंट करने से जुड़े 25,741 केस दर्ज हुए। इनमें सबसे ज्यादा 39% यानी 10,133 केस अकेले मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में सामने आए। इस लिस्ट में तमिलनाडु दूसरे और महाराष्ट्र (Maharashtra) फिलहाल तीसरे स्थान पर है।

टॉप 8 राज्य जहां सबसे ज्यादा केस हैं  
   
राज्य                                          मामले
मध्यप्रदेश 10,133
तमिलनाडु 5,356
महाराष्ट्र 4,222
उत्तर प्रदेश 2,874
केरल 955
आंध्र प्रदेश 657
छत्तीसगढ़ 579
असम 343

जानकारी दें कि केंद्र सरकार ने यह रिपोर्ट तैयार करवाई है, जिससे नैतिक मूल्यों से जुड़े क्राइम के मामलों का आकलन किया जा सके। साथ ही जिन राज्यों में ऐसे अपराध ज्यादा हो रहे हैं, वहां की सरकारों को इस ओर ध्यान देने का निर्देश दिया जाए।

इस सनसनीखेज रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं से अश्लील इशारे और कमेंट करने के मामलों में महाराष्ट्र का नागपुर (Nagpur) शहर फिलहाल टॉप पर और वहीं मुंबई दूसरे स्थान पर है। वहीं, देश का सबसे साफ शहर इंदौर इस लिस्ट में फिलहाल छठे नंबर पर है। देश के 19 बड़े शहरों में भी ऐसे अनेकों क्राइम दर्ज किए गए।

टॉप 11 शहर जहां बढे अपराध           केस
नागपुर 471
मुंबई 121
कानपुर 95
कोच्चि 52
कोझिकोड 50
इंदौर 44
चेन्नई 25
हैदराबाद 20
गाजियाबाद 12
दिल्ली 10
पुणे 10

क्या करती है NCRB ?

NCRB या राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो का काम दरअसल अपराधियों को खोजने और अपराध की और अधिक तेजी से एवं स‍ही जांच के लिए जांच अधिकारियों को उपकरण, तकनीक एवं सूचना उपलब्‍ध करवाना होता है। पुलिस कार्य प्रणाली के अन्‍य क्षेत्र जैसे कानून एवं व्‍यवस्‍था, यातायात प्रबंधन, संगठित अपराध पर रोक लगाने, संसाधन प्रबंधन आदि में सुधार लाना भी इनके कार्यक्षेत्र में आता है।

यह ब्‍यूरो देश भर में “अपराध अपराधी सूचना प्रणाली” (Crime Criminal Information system, CCIS, सी।सी।आई।एस।) के अंतर्गत प्रत्‍येक राज्‍य अपराध रिकार्ड ब्‍यूरो एवं जिला अपराध रिकार्ड ब्‍यूरो में अपने सिस्‍टम स्‍थापित कर चुका है, ताकि अपराध, अपराधियों एवं अपराधियों की सम्‍पत्ति से संबंधित राष्‍ट्रीय स्‍तर के डाटा बेस को व्‍यवस्थित किया जा सके। इसके साथ ही यह ब्यूरो “अपराध एवं अपराधी खोज नेटवर्क और प्रणाली” (Crime and Criminal Tracking Network and Systems, CCTNS, सी।सी।टी।एन।एस।) को भी कार्यान्वित करता है, जो भारत सरकार के राष्‍ट्रीय ई-गर्वनेंस योजना के अंतर्गत आता है।