महाराष्ट्र

Published: Feb 18, 2022 05:32 PM IST

Mumbai Local Train Updatesमुंबई में विश्व स्तरीय रेलवे कनेक्टिविटी लाने पर है हमारा ध्यान: पीएम मोदी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Photo:Twitter/@BJP4India

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में ठाणे (Thane) और दिवा (Diva) को जोड़ने वाली रेलवे लाइन (Railway Line) का पीएम मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, मुंबई में विश्व स्तरीय रेलवे कनेक्टिविटी लाने पर हमारा ध्यान है जो 21वीं सदी के बुनियादी ढांचे के लक्ष्यों के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि, मुंबई के लिए अहमदाबाद-मुंबई हाई-स्पीड रेल की जरूरत है। इससे सपनों के शहर के रूप में मुंबई की पहचान और भी मजबूत होगी।

पीएम मोदी ने कहा, ठाणे-दिवा के बीच नई बनी पांचवीं और छठी रेल लाइन के शुभारंभ पर हर मुंबईकर को बहुत-बहुत बधाई। ये नई रेल लाइन, मुंबई वासियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएंगी। उन्होंने कहा, पिछले 7 सालों में मुंबई में भी मेट्रो का विस्तार हुआ है। मुंबई के आसपास के उपनगरीय केंद्रों में भी मेट्रो शुरू की जा रही हैं। 2008 में इन लाइनों के लिए आधारशिला रखी गई थी, 2015 तक अपेक्षित पूरा होने के साथ हमने इस पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया और इसे पूरा करना सुनिश्चित किया।

पीएम मोदी ने कहा कि, आज से सेंट्रल रेलवे लाइन पर 36 नई लोकल चलने जा रही हैं। इनमें से भी अधिकतर ऐसी ट्रेनें हैं। ये लोकल की सुविधा को विस्तार देने, लोकल को आधुनिक बनाने के केंद्र सरकार के कमिटमेंट का हिस्सा है। उन्होंने कहा, अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल आज मुंबई और देश की आवश्यकता है। ये प्रोजेक्ट तेज गति से पूरा हो, ये हम सभी की प्राथमिकता है। पीएम मोदी ने कहा, वंदे भारत ट्रेनें भारत के रेल पारगमन में सुधार कर रही हैं। अगले कुछ वर्षों में 400 नई वंदे भारत ट्रेनें शुरू की जाएंगी।

बता दें कि, उद्घाटन से पहले केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashnavi Vaishnav) और रेल राज्य मंत्री राव साहेब दानवे ने रेलवे अधिकारियों के साथ सेंट्रल रेलवे में लोकल ट्रेन में सफर किया। वैसे उपनगरीय लोकल ट्रेनों को मुंबई की जीवन रेखा माना जाता है। कोविड-19 महामारी की वजह से यात्रा प्रतिबंधों के चलते वर्तमान में करीब 60 लाख यात्री रोजाना उपनगरीय ट्रेनों का उपयोग करते हैं। हालांकि, महामारी से पहले उपनगरीय ट्रेनों के जरिए 75 लाख से अधिक यात्री यात्रा करते थे।