महाराष्ट्र

Published: Jul 06, 2020 09:31 PM IST

महाविकास आघाड़ी बनी आग ‘गाड़ी’पवार की सीएम ठाकरे से भेंट, सरकार में भितरघात का मामला गरमाया

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

मुंबई. शिवसेना की अगुवाई में बनी महाराष्ट्र विकास आघाड़ी में विवाद के चलते अब यह गठबंधन अब आग ‘गाड़ी’ में तब्दील होते हुए नजर आ रहा है. ताजा विवाद मुंबई पुलिस के उपायुक्त के तबादले और शिवसेना के 5 नगरसेवकों के राकां में शामिल होने को लेकर है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के कड़े तेवर को देखते हुए राकां अध्यक्ष शरद पवार ने खुद मातोश्री जाकर सीएम से मुलाकात की. पवार के साथ गृहमंत्री अनिल देशमुख भी थे. सूत्रों के मुताबिक पवार ने 10  पुलिस उपायुक्त के तबादले व शिवसेना के 5 नगरसेवकों के राकां में शामिल होने पर भड़की आग को शांत करने की कोशिश की है.

पवार ने की डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश 
 पुलिस उपायुक्त के तबादले से पहले गृह विभाग ने सीएम ठाकरे से कोई  सलाह-मशविरा नहीं किया था. इस वजह से मुख्यमंत्री बेहद नाराज थे. जिसके बाद ठाकरे ने अपने वीटो पॉवर का इस्तेमाल करते हुए इस फैसले को 48 घंटों के भीतर रद्द कर दिया था. मुख्यमंत्री ने अपने इस फैसले  से साफ कर दिया था कि वे इस तरह की मनमानी को कतई बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं. मामला बिगड़ता देख राकां अध्यक्ष पवार ने खुद कमान अपने हाथ में लेते हुए डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है. गृहमंत्री अनिल देशमुख ने भी सीएम के सामने अपना पक्ष रख कर इस विवाद पर सफाई दी है.  

 नगरसेवकों को तोड़ने पर जंग 
शिवसेना और राकां के बीच विवाद की एक बड़ी वजह 5  नगरसेवकों को तोड़ने को लेकर भी है. हाल ही में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की मौजूदगी में अहमदनगर जिले के पारनेर म्युनिसिपल कारपोरेशन के 5 शिवसेना नगरसेवक राकां में शामिल हो गए थे. सूत्रों के मुताबिक़ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए राकां से शिवसेना नगरसेवकों को वापस भेजने की मांग की है. उनका मानना है कि जब महाराष्ट्र सरकार में वे राकां के साथ हैं. ऐसे में उनके नगरसेवकों को तोड़ना नैतिक रूप से सही नहीं है. इस मुद्दे को लेकर भी राकां के प्रति सीएम ठाकरे का पारा गरम है.