पुणे

Published: Dec 21, 2020 08:19 PM IST

रिफिलिंग स्टेशनपुणे विभाग में बनाए जाएंगे 30 नए ऑक्सीजन रिफिलिंग स्टेशन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुणे. कोरोना वायरस (Corona virus) की दूसरी लहर (Second wave) की आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस संबंध में खाद्य और औषधि प्रशासन (FDA) ने विभाग में 30 नए गैस रिफिलिंग स्टेशन (30 new gas refilling stations) खोलने की अनुमति दी है, जो ऑक्सीजन (Oxygen) की रिफिलिंग करने में मददगार साबित होंगे.

पुणे में पिछले महीनों की तुलना में कोविड संक्रमण के नए मामलों में गिरावट आई है, लेकिन प्रशासन ने दूसरी लहर के मद्देनजर तैयारियां शुरू की हैं. सितंबर के महीने में ऑक्सीजन की सप्लाई का अनुपात 80:20 का था यानी 80 प्रतिशत हिस्सा अस्पतालों को सप्लाई किया जाता था और 20 प्रतिशत हिस्सा उद्योगों को दिया जाता था. बाद में यह अनुपात उलटा किया गया.

गुजरात से लाए जाएंगे सिलिंडर

अब एफडीए ने विभाग में 30 नए गैस रिफिलिंग स्टेशन की अनुमति दी है जिनमें पुणे, सोलापुर, सांगली और कोल्हापुर जिलों का समावेश है. इन स्टेशनों के लिए गैस सिलिंडर गुजरात से लाए जाएंगे और इसके लिए ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट टैंकर, उनके परमिट, सिलिंडर रिफिलिंग और स्टोरिंग सेंटर की तैयारियां जोरों पर हैं.

उल्टा हुआ 80:20 का अनुपात

एफडीए के पुणे विभाग के जॉइंट कमिश्नर (ड्रग्स) एस. बी. पाटिल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कोविड के मामलों में अत्यधिक वृद्धि थी, उस समय निजी अस्पतालों के बेड अधिग्रहित किए गए और सरकारी अस्पतालों में नए बेड जोड़े गए. ये सभी बेड ऑक्सीजन की सप्लाई से लैस थे, लेकिन ऑक्सीजन सिलिंडरों की आपूर्ति और गैस रिफिलिंग स्टेशनों की कमी थी. अत्यंत महत्वपूर्ण समय में 80:20 का अनुपात रखा गया था, जो अब उलटा किया गया है. फिलहाल पॉजिटिव मामलों की संख्या कम है और इसलिए सिलिंडरों की संख्या भी कम है. फिर भी राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार, फरवरी और मार्च महीने में संभावित दूसरी लहर की आशंका के चलते तैयारियां की जा रही हैं.

16 सेंटर पुणे जिले में

पाटिल ने कहा कि इसके अनुसार हम ऑक्सीजन रिफिलिंग स्टेशन बनवा रहे हैं. हमने पुणे विभाग में 30 नए गैस रिफिलिंग स्टेशन की अनुमति दी है, जिनमें से 16 पुणे जिले में, 4 सातारा जिले में, 3 सांगली जिले में, 3 सोलापुर जिले में और 4 कोल्हापुर जिले में होंगे. इस समय पुणे विभाग में 328.72 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस का उत्पादन होता है, जिसमें से 122.52 मीट्रिक टन मेडिकल उपयोग के लिए आरक्षित किया गया है. कोविड के मामलों में गिरावट और उद्योगों द्वारा मांग बढ़ने के कारण, आरक्षित कोटे में से गैस उद्योगों को दी जा रही है. उन्होंने बताया, कि हम 31 गैस टैंकर द्वारा ऑक्सीजन का परिवहन करेंगे.

अस्पतालों में आपूर्ति लगभग जीरो

राजगुरुनगर स्थित रायगढ़ गैस (इंडिया) प्रा. लिमिटेड के मालिक विजय दामोदरे ने कहा, कि पिछले एक महीने में कोविड के मामले कम होने के कारण अस्पतालों को आपूर्ति लगभग जीरो है. अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में अस्पतालों से मांग बहुत ज्यादा थी. हम अस्पतालों को गैस सिलेंडर की आपूर्ति करने के लिए हमेशा तैयार हैं क्योंकि जान बचाना उद्योगों में इस्तेमाल से अधिक महत्वपूर्ण है.