पुणे

Published: Apr 22, 2022 03:01 PM IST

Police Commissioner Ankush Shindeपिंपरी-चिंचवड के नए पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे का एक्शन शुरू!, पहले ही दिन सामाजिक सुरक्षा विशेष दस्ता किया बर्खास्त

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड पुलिस आयुक्तालय (Pimpri-Chinchwad Police Commissionerate) की बागडोर अपने हाथों में लेते ही नए पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे (New Police Commissioner Ankush Shinde) ने पहले दिन से ही अपने कामकाज का एक्शन शुरू (Action Start) कर दिया है। मीडिया प्रतिनिधियों को टालते हुए भले ही उन्होंने आयुक्तालय और पिंपरी-चिंचवड शहर (Pimpri-Chinchwad City) के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद संवाद साधने की बात कही हो, लेकिन उन्होंने पहले ही दिन उन्होंने अपनी ‘झलक’ दिखा दी है। पदभार स्वीकारने के साथ उन्होंने अपनी केबिन में लंबे चौड़े टेबल की साइज कम करने के आदेश देते हुए पुलिस बल को यह संदेश देने का प्रयास किया कि भव्यता अपने कामकाज से दिखाएं। इसके अनुसार गुरुवार की देर रात तक आयुक्तालय में बेसिक स्ट्रक्चरिंग का काम चलता रहा। 

नए पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आत्मकेंद्रित नहीं, बल्कि आम नागरिकों को केंद्र बिंदु मानकर काम करने की सूचना दी है। इसके साथ ही उन्होंने सबसे बड़ा और चौंकाने वाला फैसला करते हुए निवर्तमान पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश द्वारा अवैध धंधों की कमर तोड़ने के लिए विशेष रूप से गठित किए गए सामाजिक सुरक्षा दस्ते को बर्खास्त कर दिया। उसमें शामिल पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने मूल नियुक्ति के स्थान पर हाजिर होने का आदेश दिया। उनके इस फैसले ने सभी को हक्का-बक्का कर दिया। 

क्राइम ब्रांच में भारी फेरबदल के संकेत

इसके साथ ही मिलकर परिचय देने के लिए आनेवाले पुलिस अधिकारियों ख़ासकर थाना प्रभारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि उनसे मिलने आने की जरूरत नहीं। आप अपना कामकाज करते रहें, मैं खुद आकर निरीक्षण करूंगा। हालांकि क्राइम ब्रांच के अधिकारियों से रुबरु होने की बात उन्होंने कही है। नए कमिश्नर के इस रवैये ने आनेवाले दिनों में क्राइम ब्रांच में भारी फेरबदल के संकेत दिये हैं। 

वाहन पार्किंग के लिए जगह नहीं

तीन साल पहले पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका द्वारा चिंचवड प्रेमलोक पार्क में लीज पर दिए गए स्कूल के दो मंजिला पुराने भवन से पुलिस आयुक्तालय का काम शुरू है। तब स्कूल की कक्षा को आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त, उपायुक्त (अपराध), सहायक आयुक्त और अन्य आधिकारिक कर्मचारियों को समायोजित करने के लिए फिर से डिजाइन किया गया था। हालांकि, पिछले डेढ़ साल में फर्स्ट फ्लोर पर कमिश्नर ऑफिस और एंटी चेंबर में इंटीरियर डिजाइनिंग में कई बदलाव हुए हैं। हालांकि, आयुक्तालय में नागरिकों को रुकने के लिए पर्याप्त जगह यानी वेटिंग रूम नहीं है। इसके साथ ही, चूंकि नागरिकों के लिए अपने वाहन पार्क करने के लिए कोई जगह नहीं है, इन वाहनों को प्रेमलोक पार्क में घनी आबादी वाली सड़क पर या एमआईडीसी की जगह से सटे सड़क पर खड़ा करना पड़ रहा है;  इस पर किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। 

ग्लेज्ड टेबल को तत्काल हटाने के आदेश दिए

नवनियुक्त आयुक्त अंकुश शिंदे ने आयुक्तालय की 12 फुट की मेज में लगे शीशे, शीशे और ग्लेज्ड टेबल को तत्काल हटाने के आदेश दिए हैं। उसके बाद उनके काम के पहले दिन गैलरी में लगे 12 फीट के टेबल को 6 फीट कर दिया गया है। साथ ही उस पर लगे शीशे और बाकी टेबल को अन्यत्र कर्मचारियों के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। कमिश्नरेट में रात एक बजे तक काम चलता रहा है। आयुक्त शिंदे और अतिरिक्त आयुक्त डॉ. संजय शिंदे ने रात 9 बजे तक आगे कामकाज की रूपरेखा तय की।