पुणे

Published: Jun 29, 2020 08:56 PM IST

ऑनलाइन स्कूलफिलहाल ऑनलाइन स्कूल शुरू होने के आसार नहीं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

– मनपा शिक्षा मंडल की योजना पर अमल नहीं

पुणे. मनपा स्कूलों के ऑनलाइन क्लास शुरू होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं. 15 जून से ऑनलाइन स्कूल शुरू करने का निर्णय लिया गया था. मनपा स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर रहे 92,740 में से 70,139 स्टूडेंट्स के ऑनलाइन आईडी मनपा शिक्षा मंडल द्वारा बनाए गए हैं. इन स्टूडेंट्स के अभिभावकों को एप डाउनलोड करने के निर्देश भी दिए गए हैं, मगर इतनी तैयारियों के बावजूद अब तब ऑनलाइन स्कूल शुरू नहीं किया जा सका.

प्राइवेट के साथ मनपा स्कूल भी ऑनलाइन चलाए जाने की योजना बनाई गई थी. यह स्कूल नियमित समय के दौरान ही शुरू करने किए जाने की प्लानिंग की गई थी. इसके अनुसार ही पुस्तकों का वितरण एवं संबंधित अन्य कार्यों की योजना बनाई गई थी, मगर शिक्षा मंडल का यह प्लान फेल हो गया. फिलहाल सिर्फ पुस्तकें व कॉपियां आदि आवश्यक सामग्रियां दिए जाने तथा स्कूल नियमित रूप से शुरू होने के बाद स्कूल बैग एवं अन्य शालेय सामग्रियों के वितरण का निर्णय लिया गया था. मगर निर्धारित समय में ऑनलाइन स्कूल शुरू नहीं किया जा सका.

गांव गए छात्र अभी तक नहीं लौटे

कई मजदूर व कर्मचारी बच्चों के साथ अपने गांव चले गए हैं. इससे स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या कम हो गई. ये लोग अभी तक वापस नहीं लौटे हैं. इस वजह से उनकी शिक्षा की क्या व्यवस्था हो? यह जटिल सवाल है, मगर उन्हें मोबाइल के जरिए ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सकती है. अब यह व्यवस्था उपयुक्त है या नहीं? इस बात की जांच का कोई तरीका शिक्षा मंडल के पास नहीं है. स्टूडेंट्स की उपस्थिति में स्कूल शुरू करने के बाद भी स्टूडेंट्स की संख्या के विषय में वास्तविक जानकारी मिल सकेगी.

कोरोना के काम से शिक्षकों को मुक्ति

मनपा आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा कि मनपा स्कूलों के शिक्षकों को यदि कोविड के सर्वेक्षण का कार्य दिया जाता तो उनके लिए स्कूल में उपस्थित रहना संभव नहीं होगा. सभी शिक्षकों को डेढ़-डेढ़ हजार घरों का सर्वेक्षण अनिवार्य किया गया था. यह कार्य पूर्ण हो जाने पर उन्हें वापस लौटने की अनुमति दी गई थी. फिलहाल करीब 950 शिक्षकों को सर्वेक्षण के कार्य से मुक्त किया गया है. वे अब स्कूल में कार्यरत हो सकते हैं. इसके चलते ऑनलाइन क्लासेस शुरू की जा सकती हैं, अब ऐसा क्यों नहीं हो सका, यह दूसरा मुद्दा है.