पुणे

Published: Feb 11, 2022 03:44 PM IST

Pimpri Crimeपिंपरी में वाहनों पर तोड़-फोड़ के माह भर बाद दर्ज हुआ मामला

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: मुलशी तालुका (Mulshi Taluka) में गैंगस्टर शरद मोहोल और विट्ठल शेलार के बीच गैंगवार को लेकर हिंजेवाड़ी पुलिस (Hinjewadi Police) एक महीने बाद नींद से जगी है। महलुंगे के राधा चौक से एक माह पहले मोहोल गैंग ने एक वाहन पर पथराव किया था। यह घटना 8 जनवरी की मध्यरात्रि में घटी थी। हिंजवडी थाने में शरद मोहोल समेत दस लोगों के खिलाफ वाहनों (Vehicles) के शीशे तोड़कर दहशत फैलाने का मामला दर्ज (Case Registered) किया गया है।  इस बारे में फौजदार समाधान कदम ने हिंजवडी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। 

इसके अनुसार गैंगस्टर  शरद हिरामण मोहोल (निवासी माऊलीनगर, सुतारदरा, कोथरुड, पुणे), आलोक शिवाजी भालेराव (निवासी वडाची वाडी, पौड रोड, कोथरुड, पुणे), मल्हारी मसुगडे (निवासी ताजणे बस्ती कॉर्नर, मालवाडी, पुनावले, पुणे), सिद्धेश बाहु हगवणे (30) और उनके अन्य 5 से 6 साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 

पिस्तौल दिखाकर धमकाया था

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गैंगस्टर विट्ठल शेलार ने व्यावसायिक विवाद में हगवने को पिस्तौल दिखाकर धमकाया था। इसलिए शरद मोहोल के कहने पर सिद्धेश हगवने, मल्हारी मसूगड़े, आलोक भालेराव और उनके साथियों ने जब उनको पता चला कि विट्ठल शेलार और उसके साथी राधा चौक में हैं, वहां से गुजर रही एक गाड़ी पर यह सोचकर पथराव किया कि यह विट्ठल शेलार की गाड़ी है। 

सड़क पर पथराव भी किया 

आरोपियों ने पत्थर और गमले फेंककर गाड़ी पर हमला किया।  राधा होटल और वहां से आने-जाने वालों की जान की परवाह किए बिना उन्होंने सड़क पर पथराव भी किया और लोगों में दहशत पैदा कर दी। इस घटना के तुरंत बाद हिंजेवाड़ी पुलिस को मामला दर्ज करना चाहिए था, हालांकि पुलिस हाथ बांधकर चुप रही।आखिरकार एक महीने के बाद पुलिस इस गंभीर अपराध को लेकर नींद से जागी और संबंधितों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया।