पुणे

Published: May 02, 2021 03:23 PM IST

Corona पीएमसी कर्मियों के घर जाकर परिजनों को दिए चेक, जानें क्या है मामला?

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पुणे. शहर में कोरोना (Corona) ने कोहराम मचा के रखा है।  इसका प्रकोप रोकने के लिए पुणे महानगरपालिका प्रशासन (Pune Municipal Corporation Administration) ने सभी कर्मी काम पर लगाए थे। पीएमसी (PMC) ने कर्मियों के लिए 1 करोड़ का सुरक्षा कवर घोषित किया है। कोरोना संक्रमण से अब तक पीएमसी के करीब 51 कर्मियों की मृत्यु (Death) हुई है।  इन कर्मियों के परिवारों को अब नियमानुसार मदद देने की प्रक्रिया जारी थी। इस बीच इसको लेकर हाल ही में सर्वदलीय नेताओं के साथ महापौर (Mayor) ने बैठक ली थी।  साथ ही आम सभा मंजूरी देगी, इस भरोसे प्रस्ताव पर अमल करें और उन्हें 25 लाख की मदद करें। ऐसी दरखास्त महापौर ने पीएमसी कमिश्नर (PMC Commissioner) से की थी। इसके अनुसार अब कर्मियों के परिजनों को 25 लाख की मदद मिलने का रास्ता साफ हुआ था। 

15 परिवारों को धनराशि देने कमिश्नर ने पहले मंजूरी दी थी। अब और 26 कर्मियो का प्रस्ताव रखा है। 6 परिवारों में हो रहे झगडे के कारण उसे लंबित रखा है। तो 4 ठेके के कर्मी है। उन्हें नियमानुसार मुआवजा नहीं मिल सकता। लेकिन 41 परिवारों को जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा। उसके अनुसार अब पीएमसी ने परिवारों को चेक देना शुरू किया है। हाल ही में 5 परिवारों को 25 लाख के चेक दिए गए थे।  जल्द ही शेष परिवारों को भी राशि उनके घर जाकर दी दी जाएगी, ऐसा प्रशासन ने कहा था। इसके अनुसार कामगार दिन के अवसर पर 10 कर्मियों के घर जाकर 25 लाख के चेक दिए। महापौर मुरलीधर मोहोल व अतिरिक्त आयुक्त रूबल अग्रवाल के आदेशानुसार यह काम किया गया है। ऐसी जानकारी महापालिका के मुख्य कामगार कल्याण अधिकारी शिवाजी दौंडकर ने दी। 

कोरोना सुरक्षा कवर देनेवाली पहली महानगरपालिका 

पीएमसी ने अपने कर्मियों के लिए कोरोना सुरक्षा कवरयोजना लागू की है। पीएमसी में पहले से ही मजदुर कल्याण निधि कार्यान्वित किया गया है। इसी निधि के तहत यह सहायता की जाएगी। पीएमसी प्रशासन के निर्देशानुसार इस योजना के लाभार्थी मनपा के कर्मी और अधिकारी जिन्हें कोरोना का काम दिया गया है, ऐसे सभी लोग होंगे क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के अलावा सभी विभागों के कर्मी और अधिकारियों को पीएमसी प्रशासन ने इस काम पर लगा दिया है। इसके तहत कर्मियों की मृत्यु हुई तो उसे 1 करोड़ की वित्तीय सहायता की जाएगी। अगर वारिस को नौकरी चाहिए तो नौकरी और 75 लाख की सहायता की जाएगी। इस योजना से संबंधित सभी अधिकार मजदूर कल्याण निधि समिति के पास रहेंगे। इसके अलावा अब कई योजनाएं लागू की हैं। 

 51 मनपा कर्मियों की हुई है मौत  

 शहर में कोरोना का काम करते हुए अब तक 51 पीएमसी कर्मियों  की मौत हो चुकी है। तो 750 से अधिक कर्मी संक्रमित पाए गए हैं। इसमें सफाई कर्मियों की तादाद ज्यादा हैं। इसमें से करीब 500 से अधिक कर्मियों को डिस्चार्ज दिया गया है। इन कर्मियों के परिवारों को अब नियमानुसार मदद देने की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा की जा रही थी। लेकिन सुरक्षा कवर पर पीएमसी अमल नहीं कर पा रही है क्योंकि इससे संबंधित प्रस्ताव को आम सभा की मंजूरी नहीं मिली है। इस बीच इसको लेकर हाल ही में सर्वदलीय नेताओं के साथ महापौर ने बैठक थी। साथ ही आम सभा मंजूरी देगी, इस भरोसे प्रस्ताव पर अमल करें और उन्हें 25 लाख की मदद करें। ऐसी दरखास्त महापौर ने पीएमसी कमिश्नर से की थी। इसके अनुसार अब कर्मियों के परिजनों को 25 लाख की मदद मिलने का रास्ता साफ हुआ था। कमिश्नर ने इसे हरी झंडी दिखाई है। साथ ही प्रशासन के परिवारों को देने के लिए चेक भी तैयार किए है। पहले चरण में 30 जुलाई तक मृत हुए कर्मियों को मदद दी जाएगी। ऐसे 15 परिवारों को आगामी दो दिनों में धनराशि देने का फैसला हुआ था। लेकिन इस विरोध हो रहा था। इसके अनुसार स्थायी समिति ने सभी कर्मियों के परिवारों को मुआवजा देने का निर्णय लिया था। प्रशसन उस पर अमल कर रही है। अब 41 कर्मियों के परिवारों को मुआवजा मिलने का रास्ता साफ हुआ है। परिवारों को जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा। ऐसा महापालिका प्रशासन द्वारा कहा जा रहा था, लेकिन असल में कर्मियों के परिवारों को मदद नहीं मिल रही थी। इससे सम्बंधित फाइल सिर्फ एक विभाग से दूसरे विभाग तक जा रही थी।  हाल ही में 5 परिवारों को 25 लाख के चेक दिए गए थे। जल्द ही शेष परिवारों को भी राशि दी जाएगी, ऐसा प्रशासन द्वारा कहा गया था। 

 कामगार दिन के अवसर पर वितरित किए चेक 

इस बारे में कामगार कल्याण अधिकारी शिवाजी दौंडकर ने कहा कि पहले 5 कर्मियों के परिवार को सहायता की थी। कोरोना प्रकोप के चलते शेष कर्मियों के घर जाकर चेक देने का फैसला लिया था। इसके अनुसार कामगार दिन के अवसर पर 10 कर्मियों के घर जाकर 25 लाख के चेक दिए। उसके लिए दस्ते तैयार किए थे। इसके अनुसार चेक वितरित किए। यह चेक मेरे साथ उपायुक्त ज्ञानेश्वर मोलक, कामगार अधिकारी अरुण खिलारी, नितिन केंजले, उपकामगार अधिकारी अमित चव्हाण के हाथों वितरित किए गए।