पुणे

Published: Oct 17, 2021 05:42 PM IST

Google Pay Crimeगूगल पे से हुई पहचान पड़ी महंगी, युवती से दुष्कर्म के बाद वीडियो किया वायरल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पुणे. गूगल पे (Google Pay) के जरिए हुई जान पहचान एक युवती को महंगी साबित हुई है। इस जान पहचान के बाद दो लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म (Rape) किया और उसकी अश्लील वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल कर उसे ब्लैकमेल (Blackmail) किया। पुणे (Pune) में सामने आए इस मामले में शिवाजीनगर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके नाम विकी उर्फ़ विकास विनायक राठोड (21), निखिल प्रताप पाटिल (31), और अमर गोरखनाथ राठोड (23), है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस बारे में एक उच्च शिक्षित युवती ने शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित लड़की उच्च शिक्षा के लिए पुणे के हॉस्टल में रहती है। रविवार को मेस बंद होने के कारण वह अपने दोस्तों के साथ जंगली महाराज रोड के होटल में गई थी। यहां पेमेंट करते वक्त उसके पास गूगल पे नहीं था। इसलिए उसने यहां खाना खाने आए आरोपी विकी को विनती की। उसने भी गूगल से पे करने का प्रयास किया, लेकिन हुआ नहीं। हालांकि इस दौरान दोनों ने एक दूसरे का नंबर शेयर किया। विकी और निखिल दोनों नौकरी की तलाश में पुणे आए है। उन्होंने पीड़िता के साथ करीबी बढ़ाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।  इसके बाद उसकी वीडियो बनाकर गांव के दोस्त अमर को भेज दिया था। अमर ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था।

सोशल मीडिया पर वायरल कर उसके जरिए युवती को धमकाता था

आरोपियों की ज्यादतियों से तंग आकर युवती ने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित युवती से आरोपियों के बारे में जानकारी हासिल कर तुरंत शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनीता मोरे के मार्गदर्शन में दो टीम तैयार कर आरोपियों के पीछे लगाया गया। आरोपियों को कस्टडी में लिए जाने के बाद विकी और निखिल ने रेप करने का अपराध स्वीकार कर लिया।  विकी  पीड़ित लड़की का वीडियो बनाकर वह वीडियो अमर को भेजता था। इसके बाद वह उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर उसके जरिए युवती को धमकाता था।

इस कार्रवाई को सहायक पुलिस निरीक्षक उत्तम माने, उपनिरीक्षक अरविंद म्हस्के, पुलिस अंमलदार अनिकेत भिंगारे, राहुल होलकर, तुकाराम म्हस्के, शरद राऊत और महिला पुलिस अंमलदार मंगल काटे और जांच टीम के पुलिस उपनिरीक्षक अतुल क्षीरसागर और सहायक फौजदार एकनाथ कंधारे, पुलिस हवलदार रणजीत फड़तरे, रुपेश वाघमारे, अविनाश भिवरे, कांतिलाल गुंड की टीम ने अंजाम दिया।