पुणे

Published: Jul 31, 2021 04:46 PM IST

Assaultingपिंपरी चिंचवड़ में कानून के रखवाले ही नहीं रहे सुरक्षित, चार दिन से लगातार घट रही है पुलिसवालों पर हमले की घटनाएं

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

पिंपरी. जिन पर शहर, समाज और नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है वे कानून के रखवाले ही पिंपरी चिंचवड़ शहर (Pimpri Chinchwad City) में सुरक्षित नहीं रहे। बीते दिनों पुलिस चौकी में पुलिस कर्मियों (Police Personnel) से गालीगलौज (Abusing) और मारपीट (Assaulting) की घटना के बाद पिछले चार दिन से रोजाना पुलिसवालों पर हमले की घटनाएं लगातार घट रही है। ऐसे में शहर की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगना लाजिमी है। अगर कानून के रखवाले ही सुरक्षित नहीं रहे तो आमजनों की सुरक्षा का क्या हश्र होगा? यह सवाल आमजनों द्वारा उठाया जा रहा है।

ताजा घटना शुक्रवार की दोपहर चार बजे करीब पिंपरी के मोरवाडी चौक में घटी है। इसमें बिना मास्क के बाहर घुमनेवालों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पुलिस कर्मचारी के साथ गालीगलौज करते हुए डंडे से मारपीट की गई। यही नहीं चालान बुक छीनकर नौकरी छीनने की धमकी भी दी गई। इस बारे में पिंपरी पुलिस ने रामदास सोपान लुकर (65) और सतीश पवार (40) नामक दो आरोपियों को सरकारी काम मे बाधा उत्पन्न करने और मारपीट करने को लेकर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें पुलिस चौकी ले जाते वक्त सतीश पवार भाग निकला, बाद में उसे भी दबोच लिया गया। उनके खिलाफ पुलिस सिपाही पंडित लक्ष्मणराव धुलगंडे ने शिकायत दर्ज कराई है। 

इससे एक दिन पहले यानी गुरुवार को रहाटनीफाटा में भी बिना मास्क के वाहन चलानेवाले को रोकने पर उसने ट्रैफिक पुलिस कर्मी के साथ गालीगलौज करते हुए मारपीट की। चालान भरने से मना करते हुए उसने पुलिस कर्मी के साथ धक्कामुक्की की और ‘तेरे जैसे 50 पुलिसवाले रोज आते हैं मेरे पास, जो करना है कर ले’, इन शब्दों में धमकी भी दी। वाकड पुलिस ने इस मामले में राजू प्रकाश भाटी (36) नामक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में पुलिस नाईक रोहिणी किरण सूर्यवंशी (34) ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी पश्चाताप के आंसू बहाने लगा और कहने लगा कि लॉकडाउन के चलते टेंशन में उससे यह कृत्य हुआ। वाकड पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

पिछले 72  घण्टों में पुलिस कर्मचारियों से बदसलूकी और मारपीट की तीन घटनाएं घटी हैं। मंगलवार को एक गिरोह ने दिघी में परमेश्वर सोनके नामक निलंबित पुलिसकर्मि पर जानलेवा हमला किये जाने की सनसनीखेज वारदात हुई। इसके दूसरे दिन खेड़ तालुका के शेल पिंपलगांव में चाकण पुलिस थाने के फौजदार सुरेश झेंडे के साथ मारपीट की गई। इस मामले में अमर शंकर मोहिते (29) और गणेश प्रकाश गुंडाल (28) को गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। इससे कुछ दिन पहले यमुनानगर पुलिस चौकी में पुलिसकर्मियों के साथ गालीगलौज, धक्कामुक्की और मारपीट किये जाने की घटना घटी थी। इन घटनाओं से शहर में पुलिस का धाक नहीं रहा, यही साबित हो रहा है।