पुणे
Published: Jul 28, 2022 03:35 PM ISTMonkeypox पुणे में अभी तक मंकीपॉक्स का कोई मामला नहीं, एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू
पुणे: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा वैश्विक मंकीपॉक्स (Monkeypox) के प्रकोप को अब अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में वर्गीकृत किया गया है। राज्य सरकार (State Govt.)ने पहले ही एक निवारक कदम के रूप में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं और पुणे महानगरपालिका (PMC) ने निवारक कार्रवाई शुरू कर दी है।
पीएमसी के सहायक स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. संजीव वावरे के अनुसार, पीएमसी ने पहले ही निवारक कदम शुरू कर दिए हैं। इसके तहत पुणे एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। स्क्रीनिंग के लिए एक टीम बनाई है जो शिफ्ट में काम करती है।
यात्रियों की जा रही जांच
जितनी भी उड़ानें या यात्री एयरपोर्ट पर आ रहे हैं, उनकी अच्छी तरह से जांच की जा रही है। उनमें बुखार, लिम्फैडेनोपैथी या चकत्ते के किसी भी लक्षण के लिए जांच की जा रही है। यदि यात्रियों में कोई लक्षण होता है तो उन्हें नायडू अस्पताल रेफर कर दिया जाता है, जो संक्रामक रोगों के लिए पीएमसी का समर्पित अस्पताल है।
नायडू अस्पताल में विशेष वार्ड
उन्होंने कहा कि नायडू अस्पताल में एक विशेष वार्ड बनाया गया है, अभी तक शहर में मंकीपॉक्स का एक भी मामला नहीं आया है। हालांकि कुछ संदिग्ध मामले सामने आए थे, लेकिन परीक्षण में वे सभी निगेटिव पाए गए। बीमारी के फैलने की संभावना को स्पष्ट करते हुए वावरे ने कहा कि यह वायरल बीमारी एयर ड्रॉप्लेट्स के माध्यम से त्वचा में, कपड़ों के संपर्क से, यौन संपर्क के माध्यम से फैल सकती है। इसलिए कोई भी व्यक्ति जो इस बीमारी से संक्रमित है और स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में आता है तो स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।