पुणे

Published: Aug 22, 2022 05:23 PM IST

Pimpri-Chinchwad Newsपवना बांध शत प्रतिशत भरा, बढ़ा जल संग्रहण

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
File

पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) की उद्योगनगरी समेत समस्त मावल तालुका (Maval Taluka) की प्यास बुझाने वाले पवना बांध (Pawana Dam) शत प्रतिशत भर गया है। बांध क्षेत्र में बारिश का जोर कायम है। गत तीन दिन से बांध क्षेत्र में झमाझम बारिश शुरू है। पवना बांध क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में 22 मिमी बारिश दर्ज की गई है। रविवार को बांध में जल संग्रहण 100 प्रतिशत तक पहुंच गया है। गत साल की तुलना में यह जल संग्रहण 2.55 फीसदी से अधिक है। पिछले साल इसी दिन तक बांध में 97.45 फीसदी पानी था। 

पिंपरी-चिंचवड सहित मावल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लिए पवना बांध पानी का मुख्य स्रोत है। पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका वर्तमान में बांध से 510 एमएलडी पानी लेती है। शहर में पानी की आपूर्ति के लिए पवना नदी पर रावेत और पुनावले के बीच बैराज से अशुद्ध पानी पंप किया जाता है। सेक्टर 23 निगडी में पानी को शुद्ध कर शहरवासियों को सप्लाई किया जाता है। पिछले साल लू और पानी की खपत बढ़ने से बांध में पानी तेजी से कम हुआ है। 

अतिरिक्त पानी की कटौती का फ़ैसला टल गया

इस साल शुरू में बारिश का भी इस पर खासा असर पड़ा। पूरे जून के महीने में बारिश नहीं हुई थी। 4 जुलाई तक बांध में केवल 16.26 प्रतिशत जल संग्रहण रह गया था। नतीजन सिंचाई विभाग ने कहा था कि महानगरपालिका को पानी का इस्तेमाल रोजाना कम से कम करने को कहा। सिंचाई विभाग के सुझाव पर महानगरपालिका ने पानी में और कमी करने की योजना बनाना भी शुरू कर दिया था। सौभाग्य से जुलाई के शुरू से ही भारी बारिश शुरू हो गई। बांध में जल संग्रहण तेजी से बढ़ गया। इसलिए अतिरिक्त पानी की कटौती का फ़ैसला टल गया।  

 रोजाना जलापूर्ति का इंतजार कायम 

जुलाई के अंतिम सप्ताह से बारिश ने लंबा ब्रेक लिया। इससे बांध में पिछले साल की तुलना में पानी का भंडारण कम हो गया है। हालांकि इसके बाद बारिश लगातार होती रही। इससे बांध में पानी का भंडारण बढ़ने लगा। रविवार को पवना बांध का जलसंग्रहण 100 फीसदी हो गया। बांध क्षेत्र में अब तक 2,188 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। पिछले साल आज की तारीख में पवना बांध का जल संग्रहण 97.45 फीसदी था और कुल 2,060 मिमी बारिश दर्ज हुई थी। गत साल की तुलना में इस साल 128 मिमी ज्यादा बारिश दर्ज हुई है और जलसंग्रहण 2.55 फीसदी ज्यादा है। बांध के लबालब होने से फिलहाल पिंपरी-चिंचवड शहरवासियों के सालभर के पानी की चिंता दूर हो गई है। हालांकि उन्हें एक दिन छोड़कर की जा रही जलापूर्ति की बजाय रोजाना जलापूर्ति का इंतजार कायम है। 

पवना बांध जल संग्रहण स्थिति