पुणे

Published: Feb 26, 2022 02:59 PM IST

Pune Municipal Elections 2022 किंग मेकर बनने की फिराक में है राज ठाकरे?, पहली बार मुंबई से बाहर पुणे में पार्टी की वर्षगांठ मनाएगी MNS

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुणे: महाराष्ट्र की राजनीति में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना कहीं गुम सी गई है। ऐसे में दोबारा से मनसे को खड़ा करने के प्रयास में पार्टी सुप्रीमो राज ठाकरे जी जान से लगे हुए हैं। पार्टी को नई संजीवनी देने में जुट गए हैं। इसके लिए उन्होंने पुणे पर फोकस किया हुआ है। यहां का काफी दौरा वे कर चुके हैं। पुणे महानगरपालिका चुनाव के बाद खुद को किंग मेकर की भूमिका के लिए मनसे को वे तैयार कर रहे हैं।

पुणे महानगरपालिका चुनाव पर उनका फोकस इसी तरफ इशारा कर रहा है।  अब तक पार्टी का स्थापना दिवस मुंबई में ही मनाया जाता रहा है, लेकिन पहली बार यह मुंबई से बाहर मनाना तय किया गया है।  मनसे का स्थापना दिन 9 मार्च को है और मिल रही जानकारी के मुताबिक, इस बार मनसे का स्थापना दिन पुणे में मनाया जाएगा। पुणे के गणेश कला क्रीड़ा केंद्र में मनसे का स्थापना कार्यक्रम होगा।  इस कार्यक्रम में मनसे के राज्यभर के कार्यकर्ता शामिल होंगे। 

आज से पदाधिकारियों के साथ दो दिवसीय बैठक

मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे दो दिन के पुणे दौरे पर आ रहे हैं।  राज ठाकरे ने आज मनसे पदाधिकारी के जनसंपर्क कार्यालय का उद्घाटन किया। जबकि शाम के वक्त राज ठाकरे के हाथों पुण्यभूषण दिवाली अंक का विमोचन होगा।  इसके साथ ही आगामी महानगरपालिका चुनाव को देखते हुए राज ठाकरे पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।

पुणे का कई बार कर चुके हैं दौरा

 राज  के मनसे को नाशिक महानगरपालिका में पहली बार सत्ता मिली थी। उस वक्त मनसे की ताकत का अहसास सभी ने किया था। अब मनसे ने राज्य के महानगरपालिका चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है।  इस बार मनसे ने मुंबई सहित ठाणे, नाशिक, पुणे महानगरपालिका चुनाव पर अपनी नजरें टिका रखी है।  खासकर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे पुणे में विशेष ध्यान दे रहे है।  वह हाल के महीनों में पुणे का कई बार दौरा कर चुके है। 

अकेले चुनाव लड़ने की ताकत तलाशने में जुटे

यह लगभग साफ हो चुका है कि पुणे में मनसे का बीजेपी के साथ गठबंधन नहीं होगा। ऐसी स्थिति में मनसे अपनी ताकत से सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बना रही है।  पार्टी को सांगठनिक तौर पर मजबूत किया जा रहा है।  मनसे किंग बनेगी इसकी उम्मीद बेहद कम है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष चुनाव बाद किंग मेकर की भूमिका में खुद को जरूर देख रहे है।