पुणे

Published: Dec 20, 2022 03:54 PM IST

Pimpri-Chinchwad Crime Newsपिंपरी-चिंचवड में हवाई फायरिंग से खुला 45 लाख की 'सुपारी' का राज

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पिंपरी: चंद दिनों पहले पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) में दिनदहाड़े तीन जगहों पर सीरियल हवाई फायरिंग (Firing) की वारदात हुई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन शातिर बदमाशों को गिरफ्तार (Arrested) किया। इन बदमाशों से पुलिस कस्टडी में हुई पूछताछ में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इन बदमाशों ने प्रॉपर्टी के विवाद (Property Disputes) में एक व्यक्ति के हत्या की सुपारी ली थी। इसके लिए उस व्यक्ति के चचेरे भाई ने उन्हें 45 लाख रुपए की सुपारी दी थी और असलहे खरीदने के लिए तीन लाख रुपए भी दिए। इससे पहले कि वे इस वारदात को अंजाम दे पाते पुराने झगड़े में शराब के नशे में हवाई फायरिंग की घटना में पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

शाहरुख शेख (29), मोहम्मद अलवी (26), फारूख शेख (27) ऐसे गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं। 6 दिसंबर की शाम इन तीनों ने पुराने झगड़े में पिंपरी, भाटनगर, पत्राशेड में तीन जगहों पर हवाई फायर कर दहशत फैलाई। इस घटना से पूरे शहर में खलबली मच गई और कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया। पुलिस ने 12 घंटे के भीतर तीनों बदमाशों को धरदबोचा और उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया। अदालत ने उन्हें पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया। कस्टडी में की गई पूछताछ में तीनों आरोपियों से 45 लाख रुपए की सुपारी के मामले का खुलासा हुआ।

दोनों भाइयों के बीच चल रहा है संपत्ति का विवाद

पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपियों के साथ कुल नौ लोगों ने मिलकर माण गांव की सरपंच विमल मोहिते के पुत्र और ग्राम पंचायत के पूर्व सदस्य संतोष मोहिते के हत्या की सुपारी ली थी। इसके लिए संतोष के चचेरे भाई अनिल मोहिते जो पुलिस रिकॉर्ड पर दर्ज शातिर बदमाश है, ने उन्हें 45 लाख रुपए की सुपारी दी थी। दोनों भाइयों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है जिसकी कीमत सैकड़ों करोड़ में है। 

असलहे लेने के लिए दिए थे तीन लाख रुपए

अनिल मोहिते ने मोहम्मद अलवी और उसके साथियों को बुलाकर असलहे लेने के लिए तीन लाख रुपए भी दिए। इन पैसों से उन्होंने उत्तर प्रदेश जाकर पिस्तौल और कारतूस खरीदे। इस बीच अलवी और उसके साथी शाहरुख और फारुख के साथ मिलकर पुराने झगड़े का बदला लेने के लिए पिंपरी में हवाई फायर कर दहशत फैलाई और पुलिस के हत्थे चढ़ गए। बहरहाल संतोष मोहिते को उसके भाई अनिल द्वारा हत्या की सुपारी दिए जाने की भनक लगने से उसने पुलिस प्रोटेक्शन की मांग की थी। अब जब सुपारी मामले का खुलासा हो गया तब पुलिस ने उसे सुरक्षा मुहैया कराई।