पुणे

Published: Aug 05, 2020 04:48 PM IST

आलोचनारक्षा विभाग के NOC के चलते कई प्रस्ताव लटके

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

पुणे.  केंद्र सरकार ने सितंबर 2015 में एक अधिसूचना जारी की, जिसमें हवाई अड्डे के चारों ओर निर्माण पर ऊंचाई प्रतिबंध लगाया गया था. अप्रैल 2018 में केंद्र सरकार की अधिसूचना के अनुसार, रक्षा विभाग ने मनपा को एक नक्शा पेश किया है, जिसमें पुणे के लोहगांव और एनडीए में वायु सेना के हवाई अड्डे के आसपास रेड ज़ोन, ब्लू ज़ोन, पिंक ज़ोन, येलो ज़ोन और ग्रीन ज़ोन को दिखाया गया है.  

नक्शे के अनुसार, रेड ज़ोन में किसी भी निर्माण कार्य को करने से पहले रक्षा विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, लेकिन इसके  चलते  कई प्रस्ताव लटके पड़े हैं. इस वजह से मनपा विपक्षी नेता दीपाली धुमाल ने मनपा कमिश्नर से मांग की है कि इस समस्या का तत्काल निपटारा करें.

अधिकांश हिस्सा रेड जोन में

विपक्षी नेता धुमाल के अनुसार शहर का अधिकांश भाग रेड जोन में आता है, क्योंकि लोहगांव और एनडीए महानगरपालिका क्षेत्र के 2 हवाई अड्डे हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि रक्षा विभाग को कितने दिनों में अनापत्ति पत्र जारी करना है. वर्तमान में रक्षा विभाग से अनापत्ति पत्र नहीं होने के कारण मनपा  की कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू नहीं की जा सकी हैं. धुमाल के अनुसार, रक्षा विभाग द्वारा बनाए गए रंग कोडित नक्शे में ज़ोन में त्रुटियां हैं.  मनपा ने उसमें सुधार के लिए रक्षा विभाग को सूचित कर दिया है. कारण यह है कि अगर जोन  के निरीक्षण से पहले रक्षा विभाग के अनापत्ति प्रमाण पत्र दाखिल करने की छूट देकर निर्माण प्रस्ताव को मंजूरी देने की प्रक्रिया शुरू की जाती है, तो शहर में रक्षा विभाग की एनओसी की कमी के कारण शुरू नहीं होने वाली परियोजनाओं को शुरू किया जा सकता है. हालांकि, इसी तरह कार्रवाई करने के लिए मनपा कमिश्नर से एक आदेश देने के लिए हमने  यह ज्ञापन कमिश्नर को सौंपा है.