महाराष्ट्र

Published: Mar 30, 2023 08:21 AM IST

Sambhaji Nagar Clashछत्रपति संभाजीनगर के किराडपुरा में दंगा, पुलिस की 9 गाड़ियां फूंकीं; 2 पुलिसकर्मी घायल

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
Pic : Ani

महाराष्ट्र : छत्रपति संभाजीनगर- शहर का नाम बदलने को लेकर शहर में तनाव का असर आखिरकार दिखने लगा है। रामनवमी (Ram Navami) की रात किराडपुरा क्षेत्र में दो समुदाय के गुटों में जमकर हंगामा (Clash) हुआ। अल्पसंख्याक बाहुल्य इलाका किराडपुरा मे स्थित राम मंदिर के सामने बुधवार की देर रात कमान लगाने को लेकर दो गुटों मे विवाद हुआ। 

बताया जाता है कि इसी विवाद को लेकर कुछ देर बाद दंगा भड़क गया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन बताया जा रहा है कि अनियंत्रित भीड़ ने पुलिस पर भी हमला कर दिया। यह भी जानकारी है कि पुलिस के वाहनों पर पथराव कर कुछ कारों को जला दिया गया। बताया जा रहा है कि इस पथराव में दो पुलिसकर्मियों समेत छह लोग घायल हो गए। घटना देर रात करीब 12.30 बजे शुरू हुई और तड़के साढ़े तीन बजे तक चलती रही।

आखिर विवाद किस बात को लेकर था?

रामनवमी के अवसर पर छत्रपति संभाजीनगर शहर (Chhatrapati Sambhajinagar City) में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। किराडपुरा में भी रामनवमी को लेकर उत्साह था। किराडपुरा (Kiradpura) में राम मंदिर के पास रात करीब 11.30 बजे दो गुटों में मंदिर के बाहर कमान लगाने को लेकर कहासुनी हो गई। इससे बहस और गाली-गलौज हुई। इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई। जिसके बाद दो समुदाय के लोग आमने सामने हुए।

गश्त कर रही पुलिस ने इस दौरान दंगाइयो को काबू करने के लिए आंसू गैस के  गोले छोडे, लेकिन तब तक दंगा भड़क चुका था। मंदिर के सामने खड़ी पुलिस की वाहनों  को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस ने सख्ती बरती, लेकिन भीड़ सुनने की स्थिति में नहीं थी। भीड़ ने  पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया। आखिरकार पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसके बाद भीड़ तितर-बितर होने लगी।

पुलिस ने की हवाई फायरींग 

यह भी ज्ञात है कि भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हवा में गोलियां चलाईं क्योंकि भीड़ बेकाबू थी। आजाद चौक से सिटी चौक तक यह हंगामा रात के समय शुरू हुआ। दंगाइयो ने कुछ घरों पर पथराव भी किये। 

मंदिर की सुरक्षा के लिये डटे रहे सांसद जलील

दंगे की खबर सुनकर राजनीतिक नेता भी घटनास्थल पहुंचे। इस घटना के बाद सांसद इम्तियाज जलील भी किराडपुरा पहुंचे। उन्होंने लोगों से शांती बनाये रखने के लिये पुरजोर कोशिश की। उन्होने राम मंदिर को किसी तरह की हानि न हो इस पर विशेष ध्यान दिया। बल्की मंदिर को सुरक्षित रखने के लिए डटे रहे। बताया जा रहा है कि राम नवमी के दिन माहौल शांत रहे। इसके लिए पुलिस बल बढ़ा दिया गया है। उधर तड़के चार बजे के करीब राज्य के सहकारीता मंत्री अतुल सावे, विधायक प्रदीप जयस्वाल के अलावा कई दलो के नेताओ ने किराडपुरा के राम मंदिर का दौरा कर घटना की जानकारी लेकर शहरवासियों से शांती की अपील की।