महाराष्ट्र

Published: Aug 10, 2021 04:34 PM IST

Scam Mastermindबीएचआर में करोड़ों के घोटाले का मास्टरमाइंड सुनील झंवर गिरफ्तार, पिछले 9 माह से था फरार

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नाशिक/जलगांव. भाईचंद हिराचंद राईसोनी (Bhaichand Hirachand Raisoni) “BHR” इस मल्टिशेड्यूल्ड क्रेडिट को. ऑपरेटिव्ह सोसाईटी में हुए करोड़ों के घोटाले (Scam) के मुख्य मास्टरमाइंड (Mastermind) सुनील झंवर (Sunil Jhanwar) को कल मंगलवार की सुबह नाशिक शहर (Nashik City) में पुणे (Pune) आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

झंवर पिछले 27 नवंबर 2020 से फरार था। पुलिस के अनुसार वे बीते दस दिनों से उसके पिछे पड़े थे। झंवर के इस तरह पकड़े जाने के बाद यहा एड. विजय पाटील ने आरोप लगाया है की, झंवर को पूर्व मंत्री  गिरीश महाजन का सहयोग प्राप्त था, उसी कारण नाशिक के पूर्व पालक मंत्री महाजन के नाशिक शहर में झंवर को आसरा मिला था। पाटील ने यह भी कहा की पुलिस अगर इमानदारी से मामले की जांच करेगी तो घोटाले में महाजन का भी हाथ होने की बात सामने आयेगी। 

जलगांव जिले के जामनेर तहसील स्थित एक छोटे कसबे में स्थापन की गयी, बीएचआर सोसाईटी की महाराष्ट्र समेत तीन अन्य राज्यो में करिब 200 से जादा शाखाए कार्यरत थी और असे इस विस्तार के कारण मल्टी शेड्यूल्ड का स्थान प्राप्त था। इस सोसाईटी में करीब 1200 करोड़ का घोटाला उजागर होने के बाद 27 नवंबर 2020 को पुणे आर्थिक अपराध शाखा ने उपयुक्त भाग्यश्री नवटके के मार्गदर्शन में सोसाईटी का तत्कालीन लिक्विडेटर जितेंद्र कंडारे समेत सुनील झंवर के कार्यालय और निवास पर छापे डाले थे। साथ ही संबंधित कई लोगों के घरों और कार्यालयों में भी छापेमारी की गयी थी और 7 को गिरफतार किया गया था। लेकिन झंवर और कंडारे फरार हो गए थे।बीते महिने में जितेंद्र कंडारे को इंदौर(मध्य प्रदेश)से पुलीस ने हिरासत में लिया और पुलीस के दस्ते सुनील झंवर की तलाश में थे।

इंदौर,उज्जैन होते हुए झंवर के नाशिक पहुंचने की खबर पुलिस को मिलते ही उपयुक्त भाग्यश्री नवटके ने उस निवास की घेराबंदी कर ली जहां झंवर छिपा हुआ था। उसे मंगलवार की सुबह साढ़े दस बजे गिरफतार किया गया। अस्पताल में स्वास्थ चिकित्सा के बाद झंवर को पुणे ले जाने की जानकारी पुलिस ने दी है। इस बीच सुनील झंवर के पकड़े जाने का समाचार जैसे ही यहां पहुंचा उसी समय तत्काल घोटाले के मामले में त्रयस्थ शिकायत करने वाले एड. विजय पाटील ने आरोप लगाया की पूर्व मंत्री गिरीश महाजन ही सुनील झंवर को बचा रहे थे। जब पुलिस की छापे मारी में झंवर के कार्यालय से गिरीश महाजन के कोरे लेटर पैड और सिक्के मिले थे, जाहीर था की, इस मामले में गिरीश महाजन भी शामिल है। विजय पाटील ने दावा किया की पुलिस पुरी इमानदारी से घोटाले की जांच करेंगी तो गिरीश महाजन भी इसकी चपेट में आ सकते है।