ठाणे

Published: Aug 14, 2022 05:37 PM IST

Maharashtra Politics सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना, कही ये बात

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
Pic: Social Media

ठाणे : राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘उन्होंने वर्ष 2019 के दौरान ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद देने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) और अमित शाह (Amit Shah) से बात किया था। जिसके जवाब में दोनों ने कहा कि जब हम बिहार में 50 विधायकों वाले नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना सकते है तो महाराष्ट्र में क्यों नहीं बना सकते थे और आज बीजेपी के पास दोगुना विधायक होने के बावजूद तुम्हे मुख्यमंत्री पद दिया। तो क्या हमने यदि आश्वासन दिया होता तो उसकी पूर्ति क्यों नहीं करते? साथ ही शिंदे ने कहा कि सत्ता के अमरत्व के साथ कोई नहीं आता। क्या मुख्यमंत्री वहीं होगा जो सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ था? क्या एक साधारण कार्यकर्ता मुख्यमंत्री नहीं बन सकता? शिंदे ने कहा कि एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाने की बात कहने वाले ही मुख्यमंत्री बन बैठे और बीजेपी ने ही एक सामान्य शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाने का काम कर बालासाहेब ठाकरे के सपने को साकार किया। मुख्यमंत्री शिंदे का जन सम्मान समारोह काशीनाथ घाणेकर नाट्यगृह में आयोजित किया गया था। इस बार उन्होंने एक इंटरव्यू के जरिए उक्त बातें कही। शिंदे ने कहा कि आज प्रदेश का मुख्यमंत्री किसान का बेटा बन गया है, एक रिक्शा वाला मुख्यमंत्री बन गया है। 

शिंदे ने एक बार फिर अपने कदम को सही ठहराते हुए कहा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना गठबंधन को बहुमत दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें ढाई साल पहले ही यह कदम उठाना चाहिए था। शिंदे ने कहा, “विधानसभा चुनाव में लोगों ने पोस्टर देखे, जिसमें एक तरफ बालासाहेब ठाकरे की और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर थी। बीजेपी को 106 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। उम्मीद थी कि दोनों दल सरकार बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे पार्टी कार्यकर्ता खुश नहीं थे। ”एमवीए सरकार के गठन के दिनों को याद करते हुए शिंदे ने कहा कि भले ही विधायक गठबंधन से नाराज थे लेकिन उन्होंने पार्टी की खातिर उन्हें शांत रखा। शिंदे ने कहा, “इससे कुछ भी अच्छा नहीं निकला। हमारे सीएम होने के बावजूद पार्टी के लिए कोई सम्मान नहीं था। विधायकों को निर्वाचन क्षेत्र के लिए धन नहीं मिला और हर तरफ असंतोष था। मैंने उद्धव ठाकरे से बात की और विधायकों को जो महसूस हुआ उससे अवगत कराया। उन्हें कहा कि यह अच्छा होगा अगर हम उस पार्टी में लौट आएं जिसके साथ हम अपनी विचारधारा साझा करते हैं। लेकिन हम अपने प्रयास में सफल नहीं हुए।”

मेरे साथ थी 50 विधायकों की जिम्मेदारी: शिंदे

यह कहते हुए कि उनका समूह कभी भी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगा, एकनाथ शिंदे ने कहा कि बालासाहेब ठाकरे ने खुद कहा था कि अगर उन्हें कभी कांग्रेस के साथ गठबंधन करना पड़ा तो वह दुकान बंद कर देंगे। शिंदे ने कहा, “हमने क्या गलत किया है? हमने केवल बालासाहेब ठाकरे की शिक्षाओं को आगे बढ़ाया। मैं शुरुआती दिनों में तनाव में था क्योंकि काम खत्म नहीं हुआ था। मेरे गांव के लोग टीवी से चिपके हुए थे और मुझे पता था कि मेरे साथ 50 विधायकों की जिम्मेदारी है।”

महाराष्ट्र के सीएम ने अपने डिप्टी देवेंद्र फडणवीस की भी प्रशंसा की और कहा कि वह हमेशा उनकी कड़ी मेहनत से प्रभावित हुए हैं। शिंदे ने कहा, ”कई लोगों ने मुझे महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) की जिम्मेदारी नहीं लेने की चेतावनी दी क्योंकि इसमें बहुत बड़ी कमी थी, लेकिन फडणवीस इसे बदलना चाहते थे। उन्होंने मुझे कई तरह के प्रोजेक्ट दिए। मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग एक ऐसी परियोजना थी जहां हमने रिकॉर्ड समय में भूमि अधिग्रहण किया था।”

फडणवीस को डिप्टी बनाने पर हो गए थे हैरान

फडणवीस के डिप्टी सीएम बनने पर टिप्पणी करते हुए शिंदे ने कहा कि वह भी शुरू में हैरान थे कि कैसे शीर्ष पद पर आसीन व्यक्ति को डिप्टी बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘जब फडणवीस ने मेरे नाम की घोषणा की तो वह खुश थे क्योंकि उन्हें यह सब पता था। लेकिन बाद में जब पार्टी ने उन्हें डिप्टी बनाने पर जोर दिया तो वे थोड़े असहज दिखे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें शीर्ष पद दिया है और अगर पार्टी ने कुछ आदेश दिया है तो उन्हें यह स्वीकार करना होगा।”

विधायकों लेकर अयोध्या जाएंगे शिंदे

शिंदे ने कहा कि वह अपने विधायकों को अयोध्या ले जाएंगे क्योंकि यह उनके लिए भावना का मामला है और इस यात्रा का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। शिंदे ने कहा, “हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और राज्य में किसी को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन किसी को भी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

शिंदे गुट और बीजेपी एकत्रित होकर लड़ेंगे महानगरपालिका चुनाव 

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कैबिनेट के दूसरे चरण का विस्तार सितंबर के बाद पितृ पक्ष खत्म होने के बाद किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में गठबंधन की सरकार है, इसलिए आगामी सभी महानगरपालिका चुनाव में भी गठबंधन के जरिए चुनाव लड़ा जाएगा। मैं रोशनी में काम करता हूं, अंधेरे में नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि जो गलत करेंगे वे हमसे डरेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना पिछले ढाई साल से मुश्किल में थी, लेकिन अब हम परेशान शिवसेना को आगे बढ़ा रहे हैं। इसलिए उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह अगले ढाई साल में किसी भी शिवसैनिक के बाल भी नहीं छूने देंगे।