ठाणे

Published: Jun 15, 2023 03:31 PM IST

Ambernath Newsअंबरनाथ में बिजली के पोल बने दुर्घटना का सबब, अब तक इतने रिक्शा चालकों की हो चुकी है मौत

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

अंबरनाथ: शहर के मध्य से गुजरने वाला स्थानीय केबी रोड (KB Road) चौड़ा और सीसी से बहुत अच्छा बन चुका है। इसे बने लगभग चार साल हुए हैं, लेकिन शास्त्री स्कूल (Shastri School) से डीएमसी-एसीपी ऑफिस के बीच की सड़क पर बिजली के 12 पोल (Electric Pole) अभी भी सड़क पर हैं, जिन्हें सड़क बनने के बाद भी आज तक हटाया नहीं गया है। बिजली के यह पोल वाहन चालकों की मौत का सबब बने हुए हैं। विगत चार साल में कई वाहन इन पोलो से टकरा चुके हैं, वहीं इन खंबों से अब तक पांच रिक्शा चालकों की मौत (Death)हो चुकी हैं।

रिक्शा चालकों की एक के बाद एक हो रही मौत से नाराज रिक्शा चालकों के बीच कार्यरत स्व. जोशी काका-रामदास पाटिल रिक्शा चालक मालिक संघटना के अध्यक्ष मिलिंद पाटिल, सचिव कुमार मुदलियार, निवृत्त कुचिक आदि ने नगरपालिका प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि तीन दिनों के भीतर ऊक्त पोल सड़क से नहीं हटाए गए तो हजारों रिक्शा चालक बिजली के ऊक्त जानलेवा पोल के पास  रास्ता रोको आंदोलन पर मजबूर होंगे और किसी अनहोनी की जिम्मेदार नगरपालिका प्रशासन होगी। 

रात के समय अक्सर होती हैं दुर्घटनाएं

गौरतलब है कि ऊक्त सड़क राज्य महामार्ग 76 का हिस्सा है। सड़क चौड़ी करने की योजना में कई दुकानदार प्रभावित हुए हैं और कई बिजली के पोल शिफ्ट किए गए हैं पर आज भी वह 12 पोल यथावत हैं। सड़क अच्छी होने के कारण वाहन तेज चलते है और रात के समय इन से टकराते रहते है।

पांच रिक्शा ड्राइवरों की मौत बर्दाश्त से बाहर है, जिनके परिवार का कमाने वाला जाता है उसके निधन से उनके परिवार वालों का गुजर बसर कैसे होता होगा यह अधिकाकारी वर्ग नहीं जानता। विगत दो साल से नगरपालिका प्रशासन से पत्र व्यवहार कर रहा हूं, लेकिन वह इन्हें हटाने के प्रति गंभीर नहीं दिखाई देता। इसलिए अब स्थानीय पत्रकारों के माध्यम से प्रशासन से आग्रह कर रहा हूं कि ऊक्त पोल तत्काल प्रभाव से हटने चाहिए अगर रविवार तक यह पोल नहीं हटे तो हम रास्ता रोको आंदोलन करने का निर्णय लेंगे।

-मिलिंद रामदास पाटिल, अध्यक्ष, रिक्शा चालक-मालिक संघटना, अंबरनाथ

रिक्शा चालकों की मांग जायज है। बिजली के पोल हटने चाहिए। इस काम को प्राथमिकता के आधार करना होगा क्योंकि यह वाहन चालकों की जिंदगी का सवाल है। वैसे मैंने खुद जाकर वास्तविकता का पता लगाया हैं।

-खानजी धल, अध्यक्ष, अंबरनाथ व्यापारी संघ