ठाणे

Published: Nov 25, 2021 09:58 PM IST

Bhiwandi Municipal Corporationजानें क्यों भिवंडी महानगरपालिका मुख्यालय गेट पर महिलाओं ने शुरू किया आमरण अनशन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

भिवंडी. भिवंडी (Bhiwandi) महानगरपालिका (Municipal Corporation) मुख्यालय (Headquarter) के प्रवेश द्वार (Entry Gate) के समीप राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (National Urban Health Mission) प्रकल्प (Project) में काम करने वाली 2 महिलाओं को काम से सेवामुक्त कर देने के कारण दोनों महिलाएं सुबह से महानगरपालिका मुख्यालय गेट पर आमरण अनशन आंदोलन शुरू कर दिया है। पीड़ित महिलाओं ने आयुक्त सुधाकर देशमुख को निवेदन पत्र देकर कहा, कि जब तक हमें न्याय नहीं मिलता, तब तक आन्दोलन जारी रहेगा।

गौरतलब है, कि महानगरपालिका कमिश्नर सुधाकर देशमुख को दिए निवेदन पत्र के अनुसार खड़कपाडा कल्याण निवासी आरती अनुरूध जाधव और भिवंडी चविद्रा निवासी रीना राजु गोयल की भिवंडी महानगरपालिका के राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन प्रकल्प में 24 फरवरी 2020 को नियुक्ति हुई थी। इस प्रकल्प के अंर्तगत कुल 36 महिलाओं को भर्ती किया गया था। लेकिन  इनमें से उक्त दोनों महिलाओं को किसी प्रकार की सूचना नहीं देते हुए काम से सेवामुक्त कर दिया गया है जिसके कारण महिलाओं का परिवार भूखमरी के कगार पर खड़ा है।

कोविड मरीजों के घर-घर जाकर उनकी सेवा की

अनशन पर बैठी महिलाओं ने बताया कि हमारी भर्ती प्रकिया के दरमियान हमें आश्वासन दिया गया था कि कभी भी आपको सेवा मुक्त नहीं किया जायेगा बावजूद अचानक 36 महिलाओं में से हम दोनों महिलाओं को सेवा मुक्त कर दिया गया है, जबकि कोविड काल के दौरान हम अपने जीवन सहित अपने परिवार के जीवन की परवाह नहीं करते हुए कोविड मरीजों के घर-घर जाकर उनकी सेवा की है, बावजूद हमें सेवा मुक्त कर दिया गया। जब तक हमें न्याय नहीं मिलेगा तब तक हम लोग इसी तरह धरना, आंदोलन करते रहेंगे।