ठाणे

Published: Feb 06, 2022 07:53 PM IST

Bhiwandi Vaccinationभिवंडी में टीकाकरण को लेकर शिक्षित युवाओं में उत्साह की कमी, टीका न लगवाने वाले 75% लोग कोरोना संक्रमित

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
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भिवंडी : शासन (Government) और महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) की लाख कोशिशों के बावजूद भी पावरलूम नगरी (Power Loom City) भिवंडी (Bhiwandi) में टीकाकरण (Vacccination) का ग्राफ ठाणे जिले (Thane District) में  सर्वाधिक कम है। पिछले 3 माह में टीकाकरण न कराने वाले 75 फीसदी लोगों को ही कोरोना (Corona) का संक्रमण (Infection) होने के बावजूद लोगों की आंख टीकाकरण को लेकर नहीं खुल रही है। महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) सुधाकर देशमुख (Sudhakar Deshmukh) ने शहरवासियों से जीवन सुरक्षा की खातिर टीकाकरण अभिलंब कराए जाने की अपील की है।

गौरतलब हो कि भिवंडी में 15 से 18 वर्ष के शिक्षित युवक भी बेहद कम संख्या में कोविड टीकाकरण कराने के लिए आगे आ रहे हैं। आश्चर्यजनक है कि जनवरी माह में 75% लोगों को टीकाकरण न कराए जाने की वजह से ही कोरोना होने का खुलासा हुआ है। महानगरपालिका सूत्रों की माने तो जनवरी महीने में 1560 लोग कोरोना संक्रमित हुए जिसमें 1039 लोगों ने टीकाकरण की एक भी खुराक नहीं ली थी। संक्रमित हुए लोगों में 69 लोगों ने प्रथम डोज और 276 लोगों ने दूसरी डोज ली थी।

1560 कोरोना संक्रमित मरीजों में 1384 मरीज टीकाकरण के पात्र थे लेकिन 345 लोगों ने ही टीकाकरण कराया था।  2011 की जनगणना के अनुसार भिवंडी शहर की कुल लोकसंख्या 6 लाख 18 हजार है बावजूद शहर की वर्तमान जनसंख्या करीब 12 लाख से अधिक आंकी जाती है। भिवंडी शहर में 72% अर्थात 4 लाख 51हजार 675 नागरिकों नें प्रथम और 50% अर्थात 3 लाख 01 हजार 957 नागरिकों ने ही दूसरी डोज लिया है। शहर के 1521 नागरिकों नें बूस्टर डोज ली है।

शिक्षित युवा वर्ग कर रहा टीकाकरण गुंडाराज नजरअंदाज

सबसे खास बात यह है कि स्कूल, कालेज में शिक्षा ग्रहण कर रहे 15 से 18 वर्ष आयु के युवको के टीकाकरण के लिए शासन द्वारा जोरशोर से मुहिम चलाई जा रही है। शासन के निर्देश पर महानगरपालिका प्रशासन शहर स्थित तमाम स्कूलों, कॉलेजों, में टीकाकरण कैंप लगाकर टीकाकरण के लिए युवकों को प्रोत्साहित करने में जुटा है। सूत्रों की माने तो शासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी शिक्षित युवा वर्ग पर टीकाकरण को लेकर कोई उत्साह नहीं देखा जा रहा है। महानगरपालिका रिकॉर्ड के अनुसार 15 से 18 वर्ष आयु के 29 हजार युवक टीकाकरण के लिए पात्र थे जिसमें 15 हजार 450 युवकों को प्रथम और 898 को  दूसरा टीकाकरण की डोज ही अब तक लगी है। महानगरपालिका द्वारा शहर स्थित सभी सांस्कृतिक भवनों, स्कूलों,  कॉलेजों,15 महानगरपालिका स्वास्थ्य केंद्र सहित 15 मोबाइल बैन के माध्यम से टीकाकरण की मुहिम जोरशोर से चला रही है बावजूद शहर के नागरिकों खासकर युवा वर्ग का समुचित सहयोग न मिलने से नागरिकों की जीवन सुरक्षा को लेकर महानगरपालिका अधिकारी भी खासे चिंतित है।

स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए टीकाकरण एकमेव कवच

महानगरपालिका कमिश्नर सुधाकर देशमुख नें टीकाकरण के कम ग्राफ पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शहरवासियों से आह्वान किया है कि स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कोविड-19 टीकाकरण कराया जाना नितांत आवश्यक है। कोरोना का नित्य नया वेरिएंट आ रहा है। कोरोना का सामना टीकाकरण के द्वारा ही किया जा सकता है। शिक्षित युवा वर्ग को आगे आकर टीकाकरण कराना चाहिए। शासन-प्रशासन की मेहनत के साथ ही नागरिकों के सहयोग के बगैर कोरोना पर नियंत्रण होना कठिन है।