ठाणे

Published: Dec 27, 2020 01:58 PM IST

मांगथर्टी फस्ट की रात सड़कों पर उतरेंगे MNS कार्यकर्ता !

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

ठाणे. मनसे ने मांग की है कि थर्टी फस्ट की रात लागू कर्फ्यू (Curfew) को सरकार शिथिल करे, ताकि नव युवकों के साथ सभी आयु के लोग नए साल (New year) का स्वागत हर्षोल्लास के साथ कर सकें। इसके साथ ही मनसे पदाधिकारियों (MNS leaders) ने साफ तौर पर कहा है कि हमारे कार्यकर्ता नया साल मनाने के लिए 31 दिसंबर की रात सड़कों पर उतरेंगे। साथ ही धूमधाम से नया साल मनाएंगे। मनसे की इस भूमिका के बाद अब लोगों की निगाहें सरकार पर टिकी हैं कि वह सड़कों पर उतरने वाले मनसे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करती है अथवा उनकी मांगों को गंभीरता से लेती है। 

उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन (Britain) में कोरोना वायरस (Corona virus) का नया वर्जन सामने आया है, जो साधारण कोराना के संक्रमण से 70 गुना अधिक घातक है। कोरोना के इस वर्जन के प्रसार को रोकने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने 21 दिसंबर को आपात बैठक बुलाई थी, जिसमें आपात स्थितियों से निबटने के लिए उपाय योजनाओं के कार्यान्वयन पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राज्य में सभी मनपा और नपा क्षेत्रों में रात 11 बजे से सुबह 6 बजे के बीच पांच जनवरी तक कर्फ्यू लागू करने का आदेश दिया था। हालांकि सरकार द्वारा रात से लेकर भोर तक लागू किए गए कर्फ्यू का मनसे की तरफ से विरोध किया है।

मनसे के ठाणे और पालघर जिलाध्यक्ष अविनाश जाधव ने कहा है कि बीते चार-पांच दिनों से बड़ी संख्या में नवयुवक और नए साल को हर्षोल्लास के साथ मनाने वाले हर आयु श्रेणी के लोग हमारे पास आकर 31 दिसंबर की रात को कर्फ्यू शिथिल कराए जाने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांगों पर मनसे ने गंभीरता से विचार किया है। अविनाश जाधव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते बीते एक साल से त्यौहारों को मनाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे में कम से कम नया साल मनाने के लिए एक दिन के लिए कर्फ्यू में थोड़ी शिथिलता लाई जाए।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि दिन के समय समूह में घूमने पर क्या कोरोना नहीं फैलता है और रात में ही इसका प्रसार होता है? इस संभावना को लेकर राज्य सरकार ने कर्फ्यू लागू कर दिया। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि ठाणे में कोरोना संक्रमण के मामले कम हो गए हैं। ऐसे में कम से कम 31 दिसंबर की रात कर्फ्यू को शिथिल करने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि सरकार 31 दिसंबर की रात कर्फ्यू में ढील नहीं देती है, इसके बाद भी मनसे के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर कर नया साल मनाएंगे। वहीं मनसे की मांग और चेतावनी को राज्य सरकार कितनी गंभीरता से लेती है, यह जल्द ही पता चल जाएगा।