ठाणे

Published: Nov 07, 2022 08:24 PM IST

NCP Protestराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने मंत्री अब्दुल सत्तार का पुतला फूंका

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम

ठाणे : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) की वरिष्ठ सांसद सुप्रियाताई सुले (MP Supriyatai Sule) के संदर्भ में महाराष्ट्र के विवादास्पद मंत्री अब्दुल सत्तार (Minister Abdul Sattar) ने अपमानजनक टिप्पणी (Derogatory Remarks) की। इस टिप्पणी के खिलाफ ठाणे शहर में पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक जितेंद्र आव्हाड की अगुवाई में और शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे के नेतृत्व में ठाणे शहर में अब्दुल सत्तार के पुतले का दहन किया गया। 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कार्यालय के बाहर आयोजित इस विरोध आंदोलन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तमाम पदाधिकारी, महिला पदाधिकारी, युवाओं और सामान्य कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस विरोध आंदोलन के दौरान मांग की गई कि अब्दुल सत्तार को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए। एक ऐसे चेहरे को मंत्री बनाया जाना जिसके पास शिष्टता ही नहीं है। यह व्यक्ति महाराष्ट्र के लिए राजनीतिक कलंक है। 

इस दौरान विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि अब्दुल सत्तार ने राज्य में राजनीतिक अस्थिरता फैलाने की साजिश की है, उसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे जो कुछ स्टंटबाजी कर रहे हैं, उसे उनका जवाब आसानी से दिया जा सकता है। खासकर सांसद सुप्रियाताई सुले पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी कदापि बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। आव्हाड ने कहा कि अब्दुल सत्तार का लगता है धर्म मुस्लिम नहीं है क्योंकि मुस्लिम धर्म भी महिलाओं की इज्जत करना सिखाता है। 

महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की

सोमवार को किये गए इस विरोध प्रदर्शन इस बात को दर्शाने के लिए पर्याप्त है कि अब्दुल सत्तार ने जो गलती की है, वह माफी के लायक भी नहीं है। इतने निचले स्तर की राजनीति शायद ही महाराष्ट्र में देखने को मिली है। इस दौरान महिलाओं ने भी जमकर अब्दुल सत्तार के खिलाफ नारेबाजी की। उनके पुतले को जूते चप्पल मारने के साथ ही सत्तार के पुतले का सार्वजनिक दहन भी किया गया। महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की। अब्दुल सत्तार मुर्दाबाद अब्दुल सत्तार मुर्दाबाद के नारे लगते रहे। इस विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के ठाणे शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे, युवक कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रम खामकर, महासचिव प्रभाकर सावंत, राकांपा विद्यार्थी सेल के अध्यक्ष प्रफुल्ल कांबले, सुजाता घाग के साथ ही सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी उपस्थित रहे।