ठाणे

Published: May 13, 2023 05:03 PM IST

Private Travels Fareछुट्टियों का मजा किरकिरा कर रहें निजी बस मालिक, यात्रियों से वसूल रहे मनमाना किराया

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नवी मुंबई: निजी बस चालकों द्वारा मनमाने तरीके से किराया (Fare) वसूल किए जाने की वजह से लोगों की छुट्टियों (Holidays) का मजा किरकिरा हो रहा हैं। जिसकी वजह से आम नागरिकों में नाराजगी व्यक्त की जा रही है। छुट्टी का आनंद लेने के लिए जा रहे यात्रियों (Passengers) का कहना है कि अधिकांश निजी ट्रेवल्स कंपनियां शुक्रवार और शनिवार के दिन तीन गुना तक किराया वसूल रही है क्योंकि इन दिनों यात्रियों की संख्या अधिक रहती हैं। यात्रियों का कहना है निजी ट्रैवेल्स कंपनियों (Private Travels Companies) के किराए नियंत्रण रखना जरुरी है, लेकिन सम्बंधित प्रशासन इस तरफ किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं देता है जिसकी वजह से इनकी मनमानी बढ़ती रहती है। 

उल्लेखनीय है कि इन दिनों गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं और जिसकी वजह से लोग बसों के माध्यम से गोवा, कर्नाटक और अन्य पर्यटन स्थलों पर जाने के लिए बसों की यात्रा करते हैं। इसी के चलते इन दिनों सानपाडा, कलंबोली, वाशी में यात्रियों की बड़ी भीड़ निजी बसों का इंतजार करते हुए दिखाई दे जाती है।  

मुंबई से पुणे के लिए वसूल कर रहें इतना किराया 

मुंबई से पुणे जा रहे संजीव नामक यात्री ने बताया कि वैसे तो पुणे जाने के लिए 150 रुपए किराया निर्धारित है, लेकिन छुट्टियों की सीजन होने की वजह से निजी ट्रैवल्स कंपनियों ने अपना किराया बढ़ा दिया है। पुणे जाने के लिए इन दिनों 350 रुपए चुकाने पड़ रहें हैं। कुछ इसी तरह का हाल गोवा जाने के लिए भी है। निजी बस मालिक मुंबई से गोवा जाने के लिए 1,200 से 1,500 प्रति व्यक्ति किराया वसूल कर रहें हैं, जबकि स्लीपर बसें इससे भी अधिक किराया वसूल कर रही हैं। 

किराए को लेकर कोई नियंत्रण नहीं 

निजी ट्रेवल्स कंपनियों के किराया निर्धारित करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से कोई समिति नहीं है जिसकी वजह से यह लोग मनमाने तरीके से यात्रियों से किराया वसूल करते रहते हैं। निजी बस मालिकों के लिए यही सीजन है। यही मानकर वे मनमाना किराया वसूल करते हैं। 

एसटी किराए की तुलना में निजी ट्रेवल्स कम्पनियां सिर्फ 50 प्रतिशत किराया बढ़ा सकती हैं। यदि वे इससे अधिक किराया वसूल करती हैं तो उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई किए जाने का प्रावधान हैं। इस बारे में यात्रियों को शिकायत करनी चाहिए। -

नीलेश धोटे, सहायक प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, पनवेल