ठाणे

Published: Dec 15, 2020 09:44 PM IST

कार्रवाईमनपा के 3 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नवीमुंबई. मनपा के ऐरोली विभाग कार्यालय के जन्म, मृत्यु व विवाह के पंजीकरण के प्रमाणपत्र का वितरण समय पर नहीं होने की जानकारी मनपा आयुक्त को सोशल मीडिया के माध्यम से मिली थी, जिसके बाद आयुक्त ने उक्त कार्यालय का अचानक दौरा किया। जन्म, मृत्यु व विवाह पंजीकरण की जांच करने पर मनपा आयुक्त को उसमें त्रुटियां नजर आई, जिसके बाद उन्होंने उस संबंध में 3 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

गौरतलब है कि ऐरोली स्थित मनपा के विभाग कार्यालय के जन्म, मृत्यु व विवाह पंजीकरण विभाग से प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए नागरिकों को 2-3 बार आना पड़ रहा था। जिसके बारे में सोशल मीडिया पर मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर को जानकारी मिली थी, जिसकी पुष्टि करने के लिए बांगर ने इस कार्यालय में अचानक पहुंचकर विभाग अधिकारी मंगला मालवे से रजिस्टर मगांकर उसकी जांच की। जिसमें खामिया पाई गई। इसके बाद मनपा आयुक्त बांगर ने सख्त कदम उठाते हुए उक्त विभाग के 3 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसकी रिपोर्ट मिलने पर दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का संकेत मनपा आयुक्त बांगर ने दिए हैं।

काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं

 मनपा आयुक्त बांगर ने मनपा के सभी विभाग कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को आगाह करते हुए कहा हे कि जन्म,मृत्यु व विवाह के प्रमाणपत्र के वितरण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मनपा आयुक्त ने संबंधित विभाग के कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि मनपा के नागरी सुविधा केंद्र में नागरिक ऑनलाइन की सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद नागरिकों को इस कार्यालय में आने की जरूरत नहीं होनी चाहिए। इसके लिए काम करने के तरीके में बदलाव कर के इस सेवा को सुगम बनाना विभाग अधिकारी की जिम्मेदारी है।

नागरिकों को सूचित करने का निर्देश

मनपा आयुक्त बांगर ने मनपा के संबंधित विभाग के कर्मचारियों के निर्देश दिया है कि जिन नागरिकों ने जन्म, मृत्यु व विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन करने के बाद उसे लेने के लिए कार्यालय में नहीं आ रहे हैं। ऐसे आवेदनकर्ता को उनका प्रमाणपत्र तैयार होने की जानकारी फोन, एसएमएस या ई- मेल के द्वारा दी जाए। मनपा के प्रति नागरिकों में किसी प्रकार की गलत विचारधारा निर्माण नहीं होने पाए। इसके बारे में विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। यदि इस मामले में फिर से शिकायतें मिली तो संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।