ठाणे

Published: Mar 29, 2022 10:26 PM IST

Jupiter Hospitalठाणे के जुपिटर अस्पताल की करतूत आई सामने, डाक्टरों ने सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला के पेट में छोड़ दिया कॉटन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
Representative Pic

ठाणे : ठाणे के ईस्टर्न एक्सप्रेस (Eastern Express) पर स्थित एक नामी अस्पताल (Hospital) में सिजेरियन डिलीवरी (Cesarean Delivery) के बाद महिला के पेट में कपड़ा (कॉटन गेज) अर्थात फॉरेन बॉडी रह गया था। महिला को पेट में दर्द के कारण एक और सर्जरी (Surgery) करानी पड़ी और फिर जाकर पता चला कि महिला (Women) के पेट (Stomach) में कपड़ा फंस गया था।  इस संबंध में वर्तक नगर पुलिस स्टेशन में में एक नामी अस्पताल के तीन डॉक्टर और एक नर्स के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार 31 वर्षीय मृण्मयी अजिंक्य दिवेकर को ठाणे के ईस्टर्न एक्सप्रेस स्थित वर्तक नगर पुलिस स्टेशन की सीमा में आने वाले एक प्रतिष्ठित ‘जुपिटर’ नामक निजी अस्पताल (Jupiter Hospital) में भर्ती (Admit) कराया गया था। उस समय सिजेरियन द्वारा महिला की प्रसूति कराई गई थी। सिजेरियन होने के बाद डॉक्टर की लापरवाही से महिला के पेट में दर्द होने लगा। जैसे ही दर्द असहनीय हो गया, महिला ने बार-बार इसे अस्पताल के सर्जन डॉ. आशुतोष अजगावकर के संज्ञान में लाने की कोशिश की। महिला का आरोप है कि बार-बार दर्द की बात कहने के बावजूद डॉ. अजगांवकर इलाज में लापरवाही बरतें और दवा देने से मना करते रहे।

जब वह पुणे रहने गई तो उसके पेट में दर्द और बढ़ गया जोकि असहनीय हो गया था। इसके बाद महिला का दूसरा ऑपरेशन किया गया। इस ऑपरेशन के दौरान पता चला कि सिजेरियन करते समय डॉक्टर द्वारा उचित देखभाल न करने और लापरवाही के कारण महिला के पेट में कॉटन गेज अर्थात एक कपड़ा फंस गया था जोकि ऑपरेशन के दौरान मिला। कपड़े ने महिला के पेट, अंडाशय और दाहिनी फैलोपियन ट्यूब को गंभीर नुकसान पहुंचाया। जिसके कारण इस दूसरी सर्जरी के दौरान मृण्मयी की दाहिनी ओर की फैलोपियन ट्यूब को हटाना पड़ा।

बीमारी का समय पर निदान नहीं किया जाता तो उसकी मौत

पीड़ित महिला का कहना है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसे यह दर्द सहना पड़ा और यदि बीमारी का समय पर निदान नहीं किया जाता तो उसकी मौत हो सकती थी। जिसके बाद उसने इस मामले में ठाणे के वर्तकनगर पुलिस स्टेशन पहुंचीं, और जुपिटर अस्पताल के सर्जन डॉ. आशुतोष अजगांवकर, सहायक सर्जन सुप्रिया महाजन, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ. चिन्मयी गडकरी और ऑपरेशन थियेटर की एक नर्स सहित चार अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 308 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में वर्तक नगर पुलिस आगे की जांच कर रही है।