ठाणे

Published: Apr 22, 2023 07:54 PM IST

Airoli-Katai Roadऐरोली-काटई मार्ग पर चल रहे काम की वजह से हो रहा ट्रैफिक जाम

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

नवी मुंबई: एरोली-मुलुंड फ्लाई ओवर ब्रिज (Airoli-Mulund Fly Over Bridge) के पास आए दिन हो रहे ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) की वजह से इस भीषण गर्मी में वाहन चालक और नागरिक दोनों ही परेशान हैं। एरोली-काटई मार्ग (Airoli-Katai Road) को जोड़ने के लिए निर्माण कार्य चल रहा है जिसकी वजह से वाहन चालक एरोली से होकर गुजरते हैं, वाहनों की संख्या अधिक होने की वजह से दीवा टी जंक्शन से लेकर रबाले तक लगभग 24 घंटे ट्रैफिक जाम रहता है। 

वाहन चालकों का कहना है कि मुलुंड जाने के लिए लोगों के पास इस मार्ग के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं हैं। इसकी वजह से चालकों को जाम में घंटों फंसे रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा हैं। इस ट्रैफिक जाम की वजह से ऐरोली में रहने वाले लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। इसलिए स्थानीय लोगों ने नाराजगी भी व्यक्त की है। हालांकि यातायात को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस को ड्यूटी पर लगाया गया है, किन्तु वाहनों की अधिक संख्या की वजह से यातायात जाम हो जाता हैं। 

अब लग रहे हैं 45 मिनट

इस बारे में एरोली के रहने वाले दत्ता सावंत का कहना है कि उन्हें प्रतिदिन मुलुंड जाना होता है पहले उन्हें मुलुंड फ्लाई ओवर ब्रिज के पास से आने में मात्र 15 मिनट लगते थे, लेकिन अब उसी दूरी को तय करने में 45 मिनट लग जाते हैं। 

उलवे में नागरिकों ने सर्किल बनाने की मांग 

वहीं, नवी मुंबई के उलवे नोड में मुख्य मार्ग पर स्थित सगुन इमारत वाले चौराहे पर सर्किल बनाने की मांग स्थानीय नागरिकों द्वारा की जा रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर यातायात अधिक होने की वजह से प्रतिदिन कोई न कोई व्यक्ति दुर्घटना होती रहती है। इस बारे में ग्रीन सोसायटी फोरम के जसपाल सिंह नियोल ने सिडको से सर्किल निर्माण करने की मांग की हैं। ग्रीन सोसायटी फोरम का कहना है कि उलवे में सगुन इमारत के पास जो चौराहा है, यहां का मुख्य चौराहा है जिसकी वजह से यहां पर वाहनों की भीड़ रहती है। जिसकी वजह से दुर्घटनाएं भी घटती रहती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस चौराहे पर बड़ी संख्या में फेरीवालों ने अवैध रूप से कब्ज़ा भी कर रखा है। अवैध रूप से कब्ज़ा करने वालों पर सिडको प्रशासन कार्रवाई भी करता है, लेकिन एक तरफ कार्रवाई होती है तो दूसरी तरफ फिर से अतिक्रमण कर लिया जाता हैं।