वर्धा

Published: Mar 28, 2021 01:38 AM IST

बिजली आपूर्ति खंडित257 ग्रापं की काटी बिजली, गांवों में अंधेरा

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वर्धा. बिजली महावितरण कंपनी ने ग्रापं पर बिल की बड़ी राशि बकाया होने से जिले में ग्रापं की बिजली आपूर्ति खंडित करने की कार्रवाई शुरू कर दी़ अब तक 257 ग्रापं के बिजली कनेक्शन काटे जाने की जानकारी है़ इस कार्रवाई से गुस्साए सरपंचों ने शनिवार को बोरगांव स्थित महावितरण के मुख्य कार्यालय में दस्तक देकर यहां ठिया आंदोलन किया. इसके बाद कनेक्शन पुन: जोड़े जाने पर सकारात्मक निर्णय लिया गया़ बिजली आपूर्ति खंडित होने से उक्त गांवों में अंधेरा छाया रहा.

बता दें कि बिजली बिलों की वसूली के लिए महावितरण कंपनी ने धड़क मुहिम चलायी है़ इसके पूर्व आम ग्राहकों ने बिल अदा न करने पर उनके कनेक्शन काटे जा रहे थे़ परंतु जनाक्रोश देखकर उपमुख्यमंत्री की घोषणा के बाद उक्त कार्रवाई को रोक दिया गया़ परंतु बिजली बिलों की वसूली जारी रखी गई़ अब ग्रापं पर बकाया बिल की वसूली पर महावितरण ने जोर दिया है.

वर्षों से करोड़ों का बिल है बकाया 

कई वर्षों से ग्रामपंचायत पर करोड़ों रुपए का बिल बकाया है़  कई बार सूचना देने के बाद भी राशि अदा नहीं की गई़  आखिरकार गत दो-तीन दिनों से महावितरण ने वर्धा, हिंगनघाट व आर्वी तीनों विभाग में कार्रवाई की शुरूआत कर दी़  अब तक महावितरण ने 257 ग्रापं के स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन खंडित कर दिए़  परिणामस्वरुप रात्रि के समय संबंधित गांवों में अंधेरा छाया रहता है़  इस कार्रवाई को लेकर ग्रापं के प्रतिनिधि व ग्रामीणों में असंतोष छाया हुआ है़  सरपंच, उपसरपंच व सचिव को ग्रामीणों का रोष झेलना पड़ रहा है़ 

वर्धा विभाग में 34 ग्रापं पर कार्रवाई

महावितरण के वर्धा विभाग में शहर के आसपड़ोस तथा तहसील की 34 ग्रापं के बिजली कनेक्शन काटे गए़  इससे गुस्साए कुछ सरपंचों ने बोरगांव स्थित महावितरण के कार्यालय पर दस्तक दी़  यहां एसएस  गोतमारे के कक्ष में ठिया जमाया़  बिजली कनेक्शन काटे गए गांवों में पिपरी (मेघे), नालवाड़ी, म्हसाला, सावंगी (मेघे), वरुड़, बोरगांव (मेघे), साटोडा, सिंधी (मेघे), महाकाल, सेलू (काटे), उमरी (मेघे), इंझाला सहित अन्य ग्रापं का समावेश है. 

अपीलपत्र पर बनी बात

उल्लेखनिय है कि गुस्साए सरपंचों ने अभियंता के समक्ष अपना रोष व्यक्त किया़  15 वें वित्त आयोग की निधि में बिजली बिल अदा करने संबंध में कोई प्रावधान नहीं है़  इसके पहले 13 व 14 वें वित्त आयोग में जिप के माध्यम से बिलों की अदायगी होती रही़  इस संबंध में जिप प्रशासन से चर्चा करने कहा गया़ इस पर अधीक्षक अभियंता वानखेड़े से भी फोन पर चर्चा हुई़  पश्चात ग्रापं सरपंच अपीलपत्र देने, बिलों की 3 फीसदी राशि ग्रापं ने अदा करने, बिल भरने के लिए 30 दिनों का अवधि देने आदि बातों पर सकारात्मक निर्णय होने से कनेक्शन पूर्ववत शुरू करने पर महावितरण कंपनी राजी हो गई. सरपंचों के प्रतिनिधिमंडल ने इस समस्या पर जिप के सीईओ डा़ सचिन ओम्बासे, कार्यकारी अभियंता गोतमारे को मांगों का ज्ञापन सौंपा़  शिष्टमंडल में जिप सदस्य नूतन राऊत, पंस सभापति महेश आगे, सरपंच अजय गौलकार, अजय जानवे, सुरेश गोहो, दीपक तपासे, प्रीति किर्तीध्वज सवाई, संदेश किटे, सचिन खोसे, वंदना झामरे, कांता भगत, मंगला काचोले, शारदा बावने, प्रतिभा बाला माऊस्कर सहित अन्य सरपंच व सदस्य उपस्थित थे. 

CEO ओम्बासे ने भेजा पत्र

सीईओ डा़ सचिन ओम्बासे ने ग्रापं पर बकाया बिजली बिल को लेकर 15 वें वित्त आयोग के अंतर्गत प्राप्त निधि से जलापूर्ति व स्ट्रीट लाइट के बिल अदा कर सकते हैं क्या, इस बाबत पत्र भेजकर ग्राम विकास व जलसंधारन विभाग के अपर मुख्य सचिव से मार्गदर्शन मांगा है.