वर्धा

Published: Dec 11, 2023 12:56 AM IST

Cyber CellWardha News: 11 माह में खोज निकाले 421 मोबाइल, साइबर सेल की कार्रवाई

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम
कंटेन्ट एडिटरनवभारत.कॉम
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वर्धा. आधुनिकता के जमाने में मोबाइल हमारे जीवनशैली का अभिन्न घटक बन गया है. कुछ समय के लिये मोबाइल कही दिखाई न देने पर हम परेशान से हो जाते है़. जिले में मोबाइल गुम होने संदर्भ में कई शिकायतें साइबर सेल को प्राप्त हुई है. सिटीजन पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पिछले 11 महिनों में करीब 421 मोबाईल खोज निकाले़ खोये हुए मोबाइल वापिस मिलते ही मोबाइली मालिकों के चेहरों पर खुशी दिखाई दी. अन्य कुछ प्रकरणों में साइबर पुलिस की जांच चल रही है.

बता दे कि, मोबाइल गुम होने पर इस संदर्भ में आनलाइन शिकायत के लिये पुलिस के साईबर सेल ने सिटीजन पोर्टल कार्यान्वित किया है. उक्त पोर्टल पर शिकायत के बाद मोबाइलधारक को सीईआयआर पोर्टल में जाकर अपने मोबाईल का आईएमआई क्रमांक दर्ज करना है. साथ ही दी गई सूचना पर अमल करना है. उक्त शिकायत दर्ज होते ही साइबर सेल आगे की जांच प्रक्रिया शुरु कर देता है. पुलिस अधीक्षक नुरुल हसन ने मोबाइल गुम होने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मोबाइलधारकों को राहत दिलाने साइबर सेल को उचित निर्देश दिए. मोबाइल फोन के मामलों की जांच करते हुए अलग-अलग स्थानों से उन व्यक्तियों को ट्रेस किया, जो उक्त गुमशुदा फोन को लावारिस हालात में मिलने के उपरांत यूज कर रहे थे.

उनके कब्जे से नियमानुसार कार्रवाई के तहत पुलिस द्वारा मोबाइल फोन जब्त किए गये़ साइबर सेल टीम ऐसी शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए आइएमइआइ नंबर द्वारा मोबाइल में इस्तेमाल किए गए सिम की सहायता से लोकेशन को ट्रेस करती है. तकनीक का इस्तेमाल करते हुए पुलिस निरंतर लापता फोन को ढूंढ रही है. गुम, चोरी हुए फोन का पता लगाने के लिए इनके एक्टिवेट होने तक लगातार ट्रैक करती रहती है. जिले में उक्त पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों में से पिछले 11 माह में करीब 421 मोबाइल साइबर सेल ने जब्त किये़ अधिकांश लोगों को उनके मोबाइल लौटा दिए गए है.

सिटीजन पोर्टल पर कर सकते हैं शिकायत

मोबाइल गुम अथवा चोरी होने पर तुरंत सिटीजन पोर्टल पर आनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते है. पश्चात सीईआईआर पोर्टल पर मोबाइल का ईएमआई क्रमांक दर्ज कर दी गई सूचना पर अमल करे. इसमें बाद उक्त शिकायत दर्ज होते ही मोबाइल ट्रैक पर चले जाता है.  यह एक आसान प्रक्रिया हैं, ऐसा साइबर सेल द्वारा बताया गया.