वर्धा

Published: May 20, 2022 02:13 AM IST

Farmersभूअभिलेख की मनमानी, किसान त्रस्त

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

देवली (सं). स्थानीय उपअधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में कर्मचारी व अधिकारी की मनमानी से तहसील के किसान व खेतमजूदर त्रस्त हुए हैं. बार-बार चक्कर लगाने के बाद भी किसानों के काम नहीं किए जा रहे हैं. यहां तक कि उनसे अपमानजनक बर्ताव किया जा रहा है. जिससे काईवाई करने की मांग किसानों द्वारा की जा रही है. शासन के नियम के तहत सुबह दस से शाम 6 बजे तक कार्यालय का समय तय है. परंतु उपअधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय के कर्मचारी व अधिकारी दोपहर 12 बजे तक कार्यालय में ही नहीं आते.

किसानों द्वारा पूछने पर अपमानजनक बर्ताव किया जाता है. कोई ना कोई कारण बताकर किसानों को गुमराह किया जा रहा है. जिससे देवली तहसील के किसान त्रस्त हुए हैं. फिलहाल खेत जमीन मशक्कत का काम चल रहा है. साथ ही बैंक का कर्ज निकालने तथा खेती उपयोगी काम के लिए लगनेवाले अनेक दस्तावेज भूमिअभिलेख कार्यालय से लेने पड़ते हैं. परंतु किसानों के साथ इस कार्यालय में सही बर्ताव नहीं किया जाता.

इस प्रकरण में उपअधीक्षक भूमि अभिलेख सहायक कार्यकारी अधिकारी प्रशांत देवघरे से संपर्क करने पर सही जवाब तक नहीं दिया. साथ ही दोपहर एक बजे तक कार्यालय में नहीं आये. किसानों से संवाद करने पर अपमानजनक बर्ताव करने का आरोप किसानों ने लगाया. उपअधीक्षक भूमि अभिलेख मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी एस भुजाडे को कार्यालय में किसानों ने कही देखा ही नहीं. कार्यालय का काम रामभरोसे शुरू है. जिससे ऐन मौसम में किसानों के हाल हो रहे है. जिससे किसानों में रोष व्याप्त है.

शासन करे कार्रवाई

उपअधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में गत चार माह से खेत की क प्रति पाने चक्कर लगा रहा हूं. परंतु हर बार टाला जा रहा है. शासन ने इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है.

-गजानन पिपरे, किसान, देवली

कर रहे अपमानजनक बर्ताव

खेत नामखोज के लिए उपअधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में जाने पर दस्तावेजों की जानकारी तक नहीं दे सकते. कार्यालय के शंकर राऊत नामक कर्मचारी ने बुरा बर्ताव किया. दोपहर 12 बजने के बाद भी कर्मचारी नहीं आते. पूछने पर अपमानजनक बर्ताव किया जा रहा है.

-शेखर वानखेडे, किसान, देवली

दस्तावेज के लिए लगाने पड़ रहे चक्कर

उपअधीक्षक भूमि अभिलेख कार्यालय में दो माह से चक्कर लगा रहा हूं. परंतु कभी अधिकारी तो कभी कर्मचारी उपस्थित नहीं रहते. एक-एक दस्तावेज के लिए घुमाया जा रहा है. अत: कार्रवाई होना आवश्यक है.

-कृष्णकांत शेंडे, किसान, देवली