वर्धा

Published: Nov 24, 2020 12:04 AM IST

वर्धाग्रामीण परिसर में कोरोना रोकथाम की ओर अनदेखी

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वर्धा. जब सबसे पहले केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण ना बढे इसलिए देशव्यापी लॉकडाऊन लगाया था. तब लोगों के मन में कोरोना वायरस के बारे में डर पैदा हुआ था. प्रशासन ने लोगों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा कोरोना ना हो इसके बारे में कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए. इस बारे में सतर्क किया था. जब देश में कोरोना संक्रमण बढ रहा था. जिले की सीमाएं सील कर दी गयी थी. जिससे दूसरे जिले या प्रांत का कोई भी नागरिक बिना अनुमति प्रवेश नही कर सकता था. इतनी सख्ती थी. परंतु आज की वर्तमान स्थिति में प्रशासन की नियमों की ओर आम आदमी अनदेखी करते नजर आ रहे है. कोरोना वायरस फैलाव का दूसरा दौर शुरू होनेवाला है ऐसा चिकित्सक बता रहे है.  

शहर तथा ग्रामीण परिसर में भी काम की व्यस्ततता के कारण कोरोना का डर निकल गया है. बहुत सारे लोग मास्क तथा सैनिटायजर का इस्तेमाल करते नही दिखाई दे रहे है. जिले में किसान तथा खेतमजदूरों की संख्या अधिक है. रबी मौसम की बुआई की तैयारी शुरू है. खरीप मौसम का कपास चुनना शुरू है. अभी भी ग्रामीण परिसर में कुछ प्रमाण में कोरोना संक्रमित मरिज मिल रहे है. पहले जब कोरोना मरिज मिलता था. तब प्रशासन गांव के कोरोना मरिज के घर का परिसर सील करते थे. तथा परिवार के सदस्यों को क्वारंटाईन किया जाता था. तब गांववासियों द्वारा शासन के नियमों का पालन करने से मरिज संख्या घटती जा रही थी.

अनेक अधिकांश नागरिक कोरोना के नियमों का तो पालन कर रहे है. परंतु ऐसे अनेक नागरिक इस ओर अनदेखी भी कर रहे है. ग्रामीण परिसर के अनेक स्थानों पर सोशल डिस्टेसिंग, मुंह को मास्क, सैनिटायजर इस्तेमाल नही करते हुए दिखाई दे रहे है. इसलिए कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन ने लगाए नियमों का पालन करना आवश्यक है. नही तो इसका खामियाजा आम आदमी को भूगतना पड सकता है.