वर्धा

Published: Aug 15, 2020 03:00 PM IST

वर्धाविपरीत परिस्थिती में किसानों ने दी लड़ने के प्रेरणा- सुनिल केदार का कथन

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वर्धा: कोरोना संकट के समय में कामों की गति थम गई थी. मात्र किसानों ने खेती के माध्यम से देश की जनता की भुक मिटाने का महत्वपुर्ण कार्य किया. किसान, खेतीहर मजदूर संक्रमन के दौरान भी डरे नही.उन्होंने स्वंय का बचाव कर संक्रमन का मुकाबला किया. विपरित परिस्थितीयों में लढने की प्रेरणा किसानों से मिली है. उक्त प्रतिपादन राज्य के पशु संवर्धन, दुग्ध व्यवसाय विकास,  क्रिडा व युवक कल्याण मंत्री तथा जिले के पालकमंत्री सुनील केदार ने किया.

    भारतीय स्वतंत्रता 73 वे वर्धापन दिन के अवसर पर पालकमंत्री केदार ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में ध्वजारोहण किया. इस अवसर पर जिलाधिकारी विवेक भिमनवार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सचिन ओम्बासे, पुलिस अधीक्षक बसवराज तेली,  अपर जिलाधिकारी अशोक लटारे, निवासी उपजिलाधिकारी सुनिल कोरडे तथा अन्य  अधिकारी उपस्थित थे.

केदार ने आगे कहां की, किसानों ने कोरोना संकट में 70 टक्के बुआई का कार्य पूर्ण किया.किसी भी प्रकार के संकट से ना डरते हुये उन्होंने अपना कार्य पुरी श्रद्धा व निष्ठा से पुर्ण किया.उनके कार्य के प्रति पालकमंत्री ने आभार जताकर किसानों को सलाम किया. कोरोना समय में गरीब, खेतीहर मजदूर, कामगार भुका नही रहे इसका किसानों ने ख्याल रखा. अन्न सुरक्षा कानून के अंतर्गत राशन वितरीत करने का उपक्रम चलाया गया.राजस्व विभाग, जिला परिषद  के अंतर्गत क्षेत्रिय स्तर पर काम करनेवाले कर्मचारियों ने 15 दिन में 9 हजार राशन कॉर्ड नये से बनाकर उन्हें राशन दिया. जिससें अनेकों के घर में चुल्हा जला. जिसके लिये उन्होंने कर्मचारी व अधिकारियों की सराहना की.  

किसानों के हित में राज्य सरकार ने अनेक महत्वपुर्ण निर्णय लिये है. लॉकडाऊन के कारण किसानों के घर में पडा हुआ कपास खरीदने की निर्णय लिया गया. राज्य में कपास खरीददारी सबसे पहले समाप्त करनेवाला वर्धा जिला सर्वप्रथम रहा.पालकमंत्री ने उपनिबंधक गौतम वालदे के साथ ही जिनिंग प्रेसींग, भारतीय कपास महामंडल,  बाजार समितीयों का अभिनंदन किया. लॉकडाऊन के दौरान राज्य आर्थिक मंदी था.फसल बिमा योजना इसवर्ष ऐच्छिक थी. जिले के 25 हजार किसानों का फसल बिमा कराने का काम कृषि विभाग ने किया है.जिससे प्राकृतिक आपदा व मौसम की बेरूखी से होनेवाले नुकसान से किसानों को राहत मिलेगी.

प्रगती का मार्ग गतीमान करने का अवसर  महात्मा गांधी के 150 वें जयंती के माध्यम से जिलें को मिला है.जिसका लाभ उठाने का आवाहन पालकमंत्री केदार ने किया.

इस अवसर पर जिले को राष्ट्रीय स्तर का स्कॉच पुरस्कार प्राप्त होने पर जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी व पुलिस अधीक्षक का पालकमंत्री ने सत्कार किया.  पालकमंत्री के हस्ते शहीद जवान हरी लाखे, अमित टिपले, संजयकुमार चौधरी के वीर माता व पत्नी,  पुलिस विभाग के उत्कृष्ट कार्य करनेवाले अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक निलेश ब्राम्हणे, महिला कर्मचारी सत्यभामा लोणारे, परवेज खान, दर्शना वानखेडे,  शाहीन महेबुब,  दयाल धवने का सत्कार किया गया. तथा राष्ट्रीय प्रज्ञाशोध परीक्षा में जिलें से प्रथम आये  साईराम पी.व्ही. गोपाल पैला, रितेश डाहाके,  हर्ष खासबागे  व कोरोना का संक्रमन रोकने के लिये काम करनेवाले कोरोना योद्धा डा. सचिन ओम्बासे,  डा. बसवराज तेली,  डा. पुरुषोत्तम मडावी, डा. अजय डवले,  मनोजकुमार शहा आदि अधिकारियों समेत  महात्मा  गांधी आर्युविज्ञान संस्था के डीन डा. नितीन  गंगणे,  दत्ता मेघे  आर्युविज्ञान संस्था के डा. अजय मुळे, आशा वर्कस  दिपाली चांडोले व जिलें के सामाजिक संस्थांयों को प्रमाणपत्र देकर सन्मानित किया गया. संचालन रेणुका  रोटकर ने किया. कार्यक्रम को अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.