वर्धा

Published: Feb 26, 2022 02:11 AM IST

Farmers Protestकिसानों ने किया चक्का जाम, महावितरण के खिलाफ जताया रोष

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

कारंजा घाड़गे (सं). महावितरण कंपनी ने किसानों के कृषिपंप की बिजली आपूर्ति खंडित करने का अभियान शुरू कर दिया है. विगत पांच दिनों में बड़ी संख्या में ट्रान्सफार्मर से किसानों की बिजली आपूर्ति खंडित की गई. इस कार्रवाई से रोष में आये किसानों ने शुक्रवार को राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 6 पर चक्का जाम आंदोलन किया. सैकड़ों किसानों ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी करते हुए महावितरण कंपनी के खिलाफ रोष जताया. संदीप भिसे के नेतृत्व में किसानों ने करीब 15 मिनट तक महामार्ग का यातायात रोककर रखा.

तहसील में फिलहाल कृषिपंप की बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है, जिससे किसानों की सिंचाई बंद है. परिणाम स्वरुप पहले ही प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे किसान संकट में पड़ गए हैं. महावितरण की मनमानी से किसान रोष में आ गए. ट्रान्सफार्मर बंद किए जाने से किसानों के समक्ष सिंचाई समस्या उत्पन्न हो गई है.

सहायक अभियंता के आश्वासन पर मानें

दो दिनों में बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं की गई तो पूरी फसल हाथ से जाने की स्थिति निर्माण हो गई है. आंदोलन के दौरान सैकड़ों किसान राष्ट्रीय महामार्ग पर बैठ गए. उक्त समय पुलिस उपनिरीक्षक योगेंद्र यादव ने संदीप भिसे व किसानों के साथ सकारात्मक चर्चा की. पश्चात सहायक अभियंता राजूरकर ने किसानों की समस्याएं सुनकर आगामी दो दिनों में बिजली आपूर्ति सुचारु करने का आश्वासन दिया. इसके बाद किसानों ने राष्ट्रीय महामार्ग यातायात के लिए खुला कर दिया.

नेता और पार्टी पदाधिकारी रहे नदारद

गत पांच दिनों से महावितरण कंपनी ने तहसील के कृषि पंप की बिजली आपूर्ति खंडित करना शुरू किया. वहीं पार्टी पदाधिकारी इस ओर अनदेखी कर रहे हैं. किसानों ने इतना बड़ा आंदोलन करने के बावजूद भी किसी भी राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारियों ने किसानों के आंदोलन को भेंट नहीं दी. इसके चलते किसानों में तीव्र नाराजगी देखी गई. उपरोक्त रोष आगामी जिप और पंस चुनाव के दौरान दिखायी दे सकता है.

सड़क पर वाहनों की लगी लंबी कतारें

महावितरण कंपनी के प्रति रोष जताते हुए किसानों ने करीब 15 मिनट तक महामार्ग का यातायात रोककर रखा, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई. इस स्थिति के चलते वाहनचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा.