वर्धा

Published: Oct 02, 2022 02:31 AM IST

Unfinished workDCM में दें अधूरे कामों को गति, जिले के नागरिकों की बढ़ी उम्मीदें

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वर्धा. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जिले के पालकमंत्री बनने के कारण उनसे जिले की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं. बीते ढाई वर्ष में जिले के अनेक विकास कार्य अधूरे पड़े हुए हैं. वहीं कुछ कार्य फाइलों में बंद है. इन कार्यों को डीसीएम गति देंगे, ऐसी अपेक्षा नागरिक कर रहे हैं. भाजपा सरकार के कार्यकाल में जिले के विकास ने रफ्तार पकड़ी थी. तब वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार जिले के पालकमंत्री थे. उन्होंने चारों विधानसभा क्षेत्र की विकास योजनाओं को मंजूरी देने के साथ निधि उपलब्ध कराई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री फडणवीस ने भी जिले के अनेक रूके कामों को मंजूरी देने के साथ रामनगर लीज का प्रश्न हल किया था. रामनगर की लीज पुन: एक बार समाप्त हो गई है.

2018 में वर्धा शहर में जलकिल्लत निर्माण हो गई थी़ परिणामवश पानी की बर्बादी रोकने व भविष्य में जलकिल्लत न हो, इसके लिए महाकाली बांध से येलाकेली तक पाइप लाइन डालने का प्रस्ताव भेजा गया था, जो फाइलों मे पड़ा हुआ है़ बीते 4 वर्षों से वर्धा शहर के आरओबी का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है़ संसद में भी यह प्रश्न उपस्थित किया गया था़ तब छह माह के भीतर कार्य पूर्ण करने की घोषणा की गई थी़  किंतु, वास्तविकता में डेढ़ वर्ष बीतने के उपरांत भी घोषणा पूर्ण नहीं हुई है.

आरटीओ बिल्डींग का कार्य अधूरा

आरटीओ कार्यालय की बिल्डींग न होने के कारण सालोड में नए बिल्डींग के लिए 11 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे, जिसमें से 7 करोड़ की राशि प्राप्त हुई थी़  उक्त राशि से आरटीओ बिल्डींग का 70 प्रश कार्य पूर्ण हुआ़ परंतु, बीते 3 वर्ष में राशि नहीं मिलने के कारण बिल्डींग का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया़ शहर का यातायात व अपराधिक गतिविधियां रोकने के लिए प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमेरा लगाए गए थे़  इसमें से अधिकांश कैमेरे निधि के अभाव में बंद पड़े हुए है़ जिला नियोजन समिति से निधि प्राप्त नहीं होने के कारण यह कार्य अभी भी अटका पड़ा हुआ है.

शहर के सड़कों की हालत बद से बदतर

मलनिस्सारण योजना के कारण शहर के सड़कों की खुदाई की गई है़ एमजेपी की ओर से उक्त कार्य सुचारू ढंग से नहीं करने के कारण आज शहर की एक भी सड़क वाहन चलाने के योग्य नहीं है़ जगह जगह पर गड्ढे तथा सड़क उखड़ने के कारण नागरिकों को भारी तकलीफ बीते 4 वर्षों से सहनी पड़ रही है़ सड़कों का विकास करने के लिये करोड़ों रुपए की निधि की आवश्यकता है़ आंबेडकर उद्यान का कार्य बीते 4 वर्ष से पूर्ण नहीं हुआ है़ रेलवे स्टेशन मार्ग, सेवाग्राम विकास प्रारूप का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है़ निधि की कमी के चलते यह कार्य कछुआ गति से चल रहे है़ इन कामों को पालकमंत्री फडणवीस ने गति देना आवश्यक है़ तभी शहर की जनता को न्याय मिल पाएगा.

महिला अस्पताल की इमारत भी अटकी

100 बेड के महिला अस्पताल को कांग्रेस-राकां के सरकार के कार्यकाल में मंजूरी मिली थी़ किंतु, अस्पताल का कार्य भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ था़ तत्कालीन पालकमंत्री मुनगंटीवार ने कुछ सुविधाओं का समावेश कर अस्पताल के लिए 21 करोड़ की राशि मंजूर की थी़  इसमें से 14 करोड़ रुपए 2019 तक प्राप्त हुए थे़  मात्र इसके उपरांत राशि मिलने में देरी होने के कारण अस्पताल का कार्य आज भी पूर्ण नहीं हो पाया.