वर्धा

Published: Jan 13, 2021 09:26 PM IST

समस्यागंदगी से स्वास्थ्य खतरे में, विभाग की नहीं खुल रही कुंभकर्णी नींद

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

हिंगनघाट. शहर में हर जगह गंदगी का आलम होने से नगर वासियों का स्वास्थ खतरे में आ गया है. पालिका प्रशासन और स्वास्थ विभाग द्वारा इस और ध्यान नहीं देने से नागरिकों में रोष व्याप्त है. इस संबंध में नागरिकों ने मुख्याधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उपाय योजना की मांग की है. शहर में पिछले चार साल से अमृत योजना का कार्य चल रहा है.

जिस वजह से करीब करीब हर सड़क पर खुदाई की गई. इसके कारण हर सड़क पर कचरा बिखरा पड़ा है. साथ ही  नालियों में कचरा भर जाने से गंदे पानी की निकासी भी रुक गई है. यही हालात करीब हर वार्ड में है. हर जगह कचरे के ढेर लगे है. स्वास्थ विभाग की घंटा गाड़ियां घंटी बजाते ही लोगों के घर में जमा किए गए कचरे को तो समेटती है. शहर में पहले ही डेंगू का खतरा बताया जा रहा है. गंदगी की वजह से बढ़ रहे मच्छरों की फौज से ये खतरा गहराता जा रहा है.

घंटा गाड़ी घुमाने पर नहीं हो रही सफाई

शहर में स्वच्छ शहर सुंदर शहर अभियान कई सालों से चलाया जा रहा है. केवल घंटा गाड़ी घुमाने से ये अभियान सफल होगा क्या? ये सवाल भी पूछा जा रहा है. कई दिनों तक नालियों की सफाई नहीं होती. जगह जगह के कचरे के ढेर बदबू फैलाते रहते हैं. बीच बीच में हुई बारिश से भी बदबू और गंदगी बढ़ती रहती है. इस वजह परेशान नागरिकों ने समय समय पर ज्ञापन देकर शिकायत भी की, लेकिन अधिकारियों के साथ पदाधिकारियों के कान पर जूं तक ना रेंगी. इंदिरा गांधी वार्ड में इस समस्या से जूझते हुए नागरिकों ने मुख्याधिकारी को ज्ञापन दिया. इसी तरह अन्य वार्ड के नागरिकों ने भी समय समय पर ज्ञापन देकर शिकायत करके इस समस्या की और पदाधिकारी अधिकारियों का ध्यान खींचा, लेकिन ना पदाधिकारी हरकत में आए, ना प्रशासन. 

टाका ग्राउंड की हालत भी खराब

शहर के खेल एवं खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध एकमात्र बड़ा मैदान टाका ग्राउंड की हालात भी बदतर होते जा रही है. यहां हॉकी फुटबाल इन खेलों के साथ क्रीड़ा स्पर्धा होते रहती है, लेकिन इसकी साफ सफाई पर किसी को ध्यान देने की फुर्सत नहीं. इसके लिए भी कई बार ज्ञापन दिए गए थे. यहां पर पालिका ने शौचालय बनवाए पर उसकी स्वच्छता की जिम्मेदारी से हाथ झटक दिए. अपने मकानों में कमोड का इस्तेमाल करने वाले इन पदाधिकारी अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है.

ज्ञापन सौंपते वक्त युवराज माऊसकर, नगरसेवक प्रकाश राऊत, राहुल कोलसे, उमेश पोफले, तारा अवथे, शायाना खान, फरीदा बानो, कुबेर शेख, जहीम खान, निखिल खारकाटे, रजीक शेख, संकेत मोरे, फहीम खान, संकट हिंगे, योगेश ठवरी, प्रतीक ठाकरे,  आशिष देशमुख, साहिल कडू, अर्थव भोयर, प्रेमांशु डहाके मौजूद थे.