वर्धा

Published: May 04, 2021 06:46 PM IST

Oxygenमहालक्ष्मी में होगी हवा से आक्सीजन की निर्मीती, प्रतिदिन 400 सिलींडर का होगा निर्माण

कंटेन्ट राइटरनवभारत.कॉम

वर्धा. कोरोना काल में देवली की एमआयडीसी अनेकों के प्राण बचाने के लिये कारगर साबित हुई है. आदित्य एअर प्राडक्ट के बाद महालक्ष्मी स्टिल कंपनी में आक्सीजन की निर्मीती होनेवाली है. कंपनी में प्राकृतिक तरीके से हवा से आक्सीजन का निर्माण किया जायेगा. एक पखवाडे के भितर कंपनी में उत्पादन शुरू होगा, ऐसी जानकारी कंपनी के महाप्रबंधक श्याम मुंदडा ने नवभारत को दी.

कोरोना मरीजों को आक्सीजन की बडे पैमाने पर आवश्यकता होती है. देश भर में आक्सीजन की किल्लत निर्माण हुई है. आक्सीजन समय पर नही मिलने के कारण अनेक मरीजों को अपनी जान गंवानी पडी है. जिले में भी प्रतिदिन आक्सीजन की कमी खल रही है. देवली एमआयडीसी में स्थित आदित्य एअर प्राडक्ट कंपनी से वर्धा, यवतमाल, अमरावती व गडचिरोली को आक्सीजन की आपुर्ती की जाती थी. आक्सीजन की कमी के कारण सरकार ने स्टिल प्लैंट को आक्सीजन निर्माण करने की सूचना दी थी. जिससे वर्धा से सटे भुगाव स्थित उत्तम स्टिल कंपनी व देवली के महालक्ष्मी कंपनी प्रयास शुरू किये थे.

बैंगलूर की कंपनी से खरेदी प्लैंट

महालक्ष्मी कंपनी ने बैंगलूर स्थित आक्सीजन जनरेशन लिमी. कंपनी से हवा से आक्सीजन निर्माण करने का प्लैंट अधिक किंमत देकर खरीदा है. कंपनी के संचालक योगेश मानधनी को जानकारी मिली थी की, बैंगलरू की कंपनी दुबई के एक कंपनी के लिये आक्सीजन प्लैंट तैयार कर रही है. जिससे उन्होंने उक्त कंपनी से संपर्क देश में आक्सीजन की आवश्यकता होने के कारण यह प्लैंट उन्हें देने के लिये प्रयास शुरू किये थे. उनके प्रयास अंतत: सफलता मिली.

तकनिकी समस्या बनी बाधा

महालक्ष्मी कंपनी ने आक्सीजन प्लैंट खरीदा परंतु उसका देवली में निर्माण करने के लिये कंपनी को कुछ बाधाए आ रही है.प्लैंट के लिये शेड का निर्माण करने के लिये वेल्डींग के लिये 10 आक्सीजन सिलींडर की आवश्यकता है.किंतु सिलींडर उपलब्ध नही होने से यह प्रकल्प निर्धारीत समय पर शुरू होने में कुछ दिक्कते आ रही है.राज्य सरकार को इस संदर्भ में जानकारी दी गई है.

15 मई तक शुरू होगा उत्पादन

कंपनी के महाप्रबंधक श्याम मुंदडा ने बताया की, 15 मई तक प्लैंट से आक्सीजन का निर्माण शुरू होगा. प्लैंट से प्रतिदिन 400 सिलींडर निर्माण की कैपीसीटी होगी.शुरू में 200 सिलींडर का उत्पादन होगा.जल्द ही कंपनी परा टारगेट पुर्ण करेगी.प्लैंट निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चला रहा है.